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Saturday, 4 May, 2024
होमविदेशएंडोमेट्रियोसिस: गर्भाशय से जुड़ी बीमारी जिससे पीड़ित होती हैं लाखों महिलाएं, नहीं है कोई ठोस इलाज

एंडोमेट्रियोसिस: गर्भाशय से जुड़ी बीमारी जिससे पीड़ित होती हैं लाखों महिलाएं, नहीं है कोई ठोस इलाज

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(सारा सीब्रूक और एलेना कैटेपन, वाटरलू विश्वविद्यालय)

वाटरलू (कनाडा), पांच दिसंबर (द कन्वरसेशन) एंडोमेट्रियोसिस एक ऐसी बीमारी है, जिससे लगभग 10 लाख कनाडाई प्रभावित होते हैं। इसमें एंडोमेट्रियल ऊतक असामान्य रूप से बढ़कर गर्भाशय से बाहर फैलने लगते हैं। एंडोमेट्रियल ऊतक आम तौर पर मासिक धर्म के दौरान खत्म हो जाता है और प्रजनन में सहायता के लिए दोबारा उत्पन्न हो जाता है।

एंडोमेट्रियोसिस के दौरान एंडोमेट्रियल ऊतक गर्भाशय के अंदर और बाहर दोनों जगह अत्यधिक बढ़ता है, जिससे गर्भाशय के ‘पैल्विक’ नामक हिस्से में दर्द होता है और मासिक धर्म व गैर-मासिक धर्म के दौरान अत्यधिक ऐंठन, थकान होने के साथ-साथ प्रजनन क्षमता कम हो सकती है।

कनाडा सरकार ने हाल ही में एंडोमेट्रियोसिस रोगियों और अनुसंधान के लिए 16 लाख डॉलर से अधिक के पैकेज की घोषणा की है, जो पिछले 20 वर्षों में कनाडा में एंडोमेट्रियोसिस देखभाल में सबसे बड़ा एकल निवेश है। इस बहुत जरूरी, बहुप्रतीक्षित अनुदान से एंडोमेट्रियोसिस रोगियों के सामने आने वाली कई चुनौतियों का समाधान करने में मदद मिलेगी।

इलाज नहीं होने पर एंडोमेट्रियोसिस केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित कर सकता है, जिससे रोगियों को असामान्य और पुराना दर्द लौटने का खतरा बढ़ जाता है, जो अक्सर उनके जीवन की समग्र गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।

वास्तव में, एंडोमेट्रियोसिस रोगियों की रोजमर्रा की गतिविधियों में भाग लेने की क्षमता अकसर कम हो जाती है। टोरंटो विश्वविद्यालय की प्रसूति-स्त्री रोग विशेषज्ञ (ओबीजीवाईएन) योलांडा किर्कम ने बताया कि लड़कियां अपने लक्षणों के कारण हर महीने कुछ दिन के लिए स्कूल नहीं जा पातीं, जबकि इस बीमारी से पीड़ित अन्य लोग मतली और उल्टी के कारण अक्सर काम पर नहीं जा पाते।

इन रोगियों की दैनिक गतिविधियों में हिस्सा लेने की क्षमता ही कम नहीं हो जाती बल्कि आर्थिक नुकसान भी होता है। शोधकर्ताओं ने पाया है कि कनाडा में औसत एंडोमेट्रियोसिस महिला रोगी को प्रति वर्ष लगभग 3,400 डॉलर का आर्थिक नुकसान होता है।

एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित लोगों के सामने आने वाली महत्वपूर्ण चुनौतियों में से एक इलाज कराना होता है। मरीजों को लक्षणों की शुरुआत से इलाज होने तक औसतन 5.4 साल की देरी का अनुभव होता है। इसके लक्षण अन्य प्रजनन स्वास्थ्य समस्याओं (जैसे पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) या गंभीर मासिक धर्म के दर्द के समान हैं।

एंडोमेट्रियोसिस रोगियों पर किए गए शोध से पता चला है कि अधिकांश रोगियों का इलाज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में नहीं किया जाता, बल्कि प्रसूति-स्त्री रोग विशेषज्ञ इसका इलाज करते हैं, जिनके पास रोगियों को भेजा जाता है। विशेषज्ञों के पास पहले से ही मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण इलाज में देरी होती है।

एक और बाधा यह होती है कि स्वास्थ्य केंद्रों को महिलाओं को अक्सर यह समझाने में कठिनाई होती है कि उनका दर्द वास्तविक है और चिंता का कारण है। हाल ही के एक शोध में हममें से एक (सारा सीब्रुक) ने एंडोमेट्रियोसिस का अनुभव करने वाले 70 लोगों से बात की। मरीजों ने बताया कि उन्हें कहा गया कि यह ‘सिर्फ मांसपेशियों का दर्द है,’ ‘सभी महिलाएं इससे गुजरती हैं,’ ‘महिलाओं के साथ ऐसा होता है,’ और उन्हें इसके साथ जीना है।

दर्द को नजरअंदाज करना विशेष रूप से परेशानी भरा है क्योंकि महिलाएं अक्सर अपने मासिक धर्म के अनुभवों को साझा नहीं करती हैं और सामान्य व असामान्य मासिक धर्म के अनुभवों के बीच अंतर करने में असमर्थ हो सकती हैं।

साल 2021 में सीबीसी न्यूज द्वारा प्रकाशित एक लेख में, एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित एक महिला ने बताया कि पहली बार जब उसे मासिक धर्म हुआ था, तो गंभीर दर्द के चलते उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन क्योंकि यह मासिक धर्म का उसका प्रारंभिक अनुभव था, तो ‘उसने सोचा कि इसकी वजह से दर्द हो रहा होगा, जो सामान्य है।”

एंडोमेट्रियोसिस का पता चलने पर प्रभावी उपचार में महत्वपूर्ण बाधाएं आती हैं। उपचार का पहला चरण आम तौर पर हार्मोनल थैरेपी होती है, जो एंडोमेट्रियल ऊतक के विकास को धीमा कर सकती है। हालांकि कुछ लोगों के लिए यह मासिक धर्म के दर्द को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है। यही बात सूजन-रोधी दवाओं और दर्द निवारक दवाओं के लिए भी सच है, जो दर्द को कम कर सकती हैं, लेकिन एंडोमेट्रियल ऊतक के विकास को रोकने में कम कारगर होती हैं।

जब स्थिति अधिक गंभीर होती जाती है, तो रोगियों को एंडोमेट्रियोसिस घाव को हटाना या ‘एब्लेशन’ यानी एंडोमेट्रियोसिस घाव की सतह को जलाना जैसे सर्जिकल विकल्प दिए जा सकते हैं। हालांकि, ये प्रक्रियाएं शायद ही कभी उपचारात्मक होती हैं। कई मामलों में अतिरिक्त एंडोमेट्रियल ऊतक फिर से बढ़ जाता है। अंतिम उपाय के रूप में, कुछ मरीज़ों को ‘हिस्टेरेक्टॉमी’ से गुजरना पड़ता है। अधिकांश इलाज अस्थायी रूप से दर्द को कम करने, या अस्थायी रूप से ऊतक के विकास को नियंत्रित करने पर केंद्रित हैं।

एंडोमेट्रियोसिस के प्रभावी उपचार विकल्पों का अभाव इसके अंतर्निहित कारणों और प्रभावों को समझने में विफलता से जुड़ा है। अग्रणी कनाडाई विशेषज्ञ एंडोमेट्रियोसिस देखभाल और इसके उपचार विकल्पों की बेहतर समझ पर जोर दे रहे हैं। एंडोमेट्रियोसिस रोगियों पर अधिक शोध करने, उन्हें अधिक विकल्प और बीमारी पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।

(द कन्वरसेशन) जोहेब नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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