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Friday, 1 November, 2024
होमविदेश‘व्यर्थ में जानें गईं’- काबुल धमाके पर सैन्य नेतृत्व की आलोचना करने वाले अमेरिकी नौसैनिक को हटाया गया

‘व्यर्थ में जानें गईं’- काबुल धमाके पर सैन्य नेतृत्व की आलोचना करने वाले अमेरिकी नौसैनिक को हटाया गया

काबुल एयरपोर्ट पर हमले के एक दिन बाद फेसबुक पर जारी वीडियो में नौसेना के लेफ्टिनेंट कर्नल स्टुअर्ट शेलर ने कहा था कि अमेरिकी सेना की जवाबदेही होनी चाहिए और उन्होंने अफगानिस्तान से हटने की योजना पर सवाल भी उठाए थे.

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नई दिल्ली: काबुल एयरपोर्ट पर बमबारी के बाद सोशल मीडिया पर सेना के वरिष्ठ नेतृत्व की तीखी आलोचना करने वाले एक अमेरिकी नौसैनिक को ड्यूटी से हटा दिया गया है.

मरीन लेफ्टिनेंट कर्नल स्टुअर्ट शेलर ने शुक्रवार को फेसबुक पर यह खबर साझा करते हुए कहा कि उनकी छुट्टी का कारण ‘भरोसा और विश्वास की कमी’ है, लेकिन इस निर्णय से सहमति जताई. उन्होंने कहा, ‘मेरी कमांड के अधिकारी वही कर रहे है जो शायद मैं भी करता… अगर मैं उनकी जगह होगा.’

शेलर ने यह स्पष्ट किया कि जब तक आधिकारिक तौर पर सैन्य बल से हटाया नहीं जाता वह प्रेस के लिए कोई बयान जारी नहीं करेंगे, साथ ही जोड़ा, ‘अमेरिका के कई मसले हैं… लेकिन यह मेरा घर है… यही वह जगह है जहां मेरे तीन बेटे युवा होंगे. अराजक स्थिति के बीच अमेरिका अब भी उम्मीद की किरण है. बतौर नौसैनिक मेरा करियर समाप्त होने के बाद मैं किसी नई शुरुआत की उम्मीद करता हूं. मेरे जीवन का लक्ष्य विदेशी कूटनीति के मामले में अमेरिका को सबसे घातक और प्रभावी बनाना है. हिंसा के बीच जिंदगी बिताने वाले मेरे दिन अब खत्म हो रहे हैं…मुझे आगे एक नई रोशनी दिखाई दे रही है.’

‘क्या किसी ने कहा कि यह विचार गलत है?’

शुक्रवार को दिन में पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में शेलर ने जवाबदेही तय करने की मांग की थी और अमेरिकी सेना की निकासी प्रक्रिया की आलोचना करते हुए कहा कि लोगों को ‘बेवजह ही जान गंवानी पड़ी.’

इसमें अपनी वर्दी में नजर आ रहे शेलर को यह कहते सुना जा सकता है कि ‘क्या आपमें से किसी ने अपना इस्तीफा मेज पर पटकते हुए कहा कि नहीं, हर किसी को निकाले बिना रणनीतिक एयरबेस बगराम एयरफील्ड को खाली करने का विचार गलत है.’
उन्होंने कहा, ‘क्या किसी ने ऐसा किया? और जब आपने ऐसा करने के बारे में सोचा तक नहीं तो क्या किसी ने अपना हाथ खड़ा करके यह कहा कि ‘हमने सब कुछ पूरी तरह गड़बड़ा दिया है’?’

शेलर गुरुवार को काबुल में हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आत्मघाती बम धमाके का जिक्र कर रहे थे, जिसमें तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान से निकाले जाने की उम्मीद के साथ जुटे तमाम लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. माना जा रहा है कि आईएस-खोरासन (आईएस-के) की तरफ से किए गए इस हमले में कम से कम 100 अफगान नागरिक और 13 अमेरिकी सैनिक मारे गए हैं.


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शेलर ने कहा कि मरने वालों में एक वह था जिसे वह जानता था, लेकिन उसकी नाराजगी का बस यही कारण नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘उसके (जवाबदेही) बिना… ऊंचे पद पर बैठे सैन्य अधिकारी अपनी तरफ से जिम्मेदारी नहीं निभा रहे हैं…. मैं 17 साल से जंग लड़ रहा हूं. मैं अपने वरिष्ठ अधिकारियों से यह बात कहने के लिए सब कुछ छोड़ने के लिए भी तैयार हूं. ‘मैं जवाबदेही तय करने की मांग करता हूं.’

तीसरी पोस्ट में, उन्होंने यह भी साझा किया कि कैसे यह वीडियो पोस्ट करने के तुरंत बाद कई नौसैनिकों ने उन्हें इसे हटा लेने के प्रति आगाह किया. उन्होंने अपने सहयोगियों को यह कहते हुए उद्धृत किया, ‘स्टू हम सभी तुम्हारी बात से सहमत हैं, लेकिन कुछ भी बदलने वाला नहीं है, और आपको निजी तौर पर इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी.’

काबुल में गुरुवार को हुई बमबारी के बाद अमेरिका ने ‘आईएस-के के साजिशकर्ताओं’ पर ड्रोन हमले किए थे, हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि उन्हें निशाना बनाया जाना एयरपोर्ट धमाके की घटना से जुड़ा था या नहीं. अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने इस हमले का बदला लेने की कसम खाते हुए कहा था, ‘हमले को अंजाम देने वालों के साथ-साथ अमेरिका को नुकसान पहुंचाने वाला कोई भी व्यक्ति अच्छी तरह जान ले कि हम न तो माफ करेंगे और न ही इसे भूलेंगे. हम आपको ढूंढ़ निकालेंगे और आपको कीमत चुकानी पड़ेगी. हमारा मिशन जारी रहेगा. अमेरिका भयभीत होने वाला नहीं है.’

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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