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Sunday, 23 June, 2024
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चीन में कोरोनावायरस का कहर जारी, मृतकों की संख्या 636 पर पहुंची

चीनी अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार तक देश में रह रहे 19 विदेशी नागरिकों के कोरोना वायरस की चपेट में आने की पुष्टि हुई. हालांकि उन्होंने उनकी नागरिकता के बारे में खुलासा नहीं किया.

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बीजिंग : चीन में महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस से बृहस्पतिवार को और 73 लोगों की मौत हो गई जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर 636 पर पहुंच गई. साथ ही कोरोना वायरस से पुष्ट मामलों की संख्या करीब 31,000 हो गई.

चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने शुक्रवार को बताया कि कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित हुबेई प्रांत और उसकी प्रांतीय राजधानी वुहान में बृहस्पतिवार को 69 लोगों की मौत हो गई जबकि जिलिन, हेनन, ग्वांगडोंग और हैनान प्रांतों में एक-एक व्यक्ति के मारे जाने की खबर है.

आयोग ने बताया कि बृहस्पतिवार को 73 लोगों की मौत हो गई जबकि 3,143 लोगों के संक्रमण की चपेट में आने के नये मामले दर्ज किए गए. कोरोना वायरस की चपेट में आए मामलों की कुल संख्या 31,161 पर पहुंच गई है.

उसने बताया कि बृहस्पतिवार तक संक्रमण से पीड़ित करीब 1,540 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.

चीनी अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार तक देश में रह रहे 19 विदेशी नागरिकों के कोरोना वायरस की चपेट में आने की पुष्टि हुई. हालांकि उन्होंने उनकी नागरिकता के बारे में खुलासा नहीं किया.

बृहस्पतिवार को मारे गए लोगों में से एक चीनी डॉक्टर ली वेनलियांग है जो उन आठ व्हिसब्लोअर में से एक था जिसने डॉक्टरों को कोरोना वायरस के फैलने के बारे में आगाह किया था लेकिन पुलिस ने उस पर अफवाह फैलाने का आरोप लगाया था.

ली (34) की वुहान में कोरोना वायरस के कारण मौत हो गई. वह पहले व्यक्ति थे जिन्होंने गत वर्ष दिसंबर में कोरोना वायरस के फैलने के बारे में सूचित किया था.

इस बीच, चीन ने कोरोना वायरस के मरीजों के लिए निर्मित 1,500 बिस्तर वाले नये अस्पताल को बृहस्पतिवार को खोला.

चीनी अधिकारियों ने दलील दी कि हुबेई प्रांत में मृतकों और पुष्ट मामलों की संख्या इसलिए बढ़ रही है क्योंकि वहां अस्पतालों तथा बिस्तरों की कमी है.

अधिकारियों ने मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इलाज के लिए टेंट अस्पताल तथा मोबाइल क्लिनिक भी शुरू किए हैं.

चीन ने वायरस के डर के कारण उड़ानें रद्द किए जाने पर कई देशों के समक्ष कूटनीतिक विरोध भी दर्ज कराया है.

एक प्रवक्ता ने कहा, ‘कुछ देशों ने उड़ानें रद्द करने जैसे कदम उठाए है जबकि आईसीएओ (अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन) ने भी बुलेटिन जारी किए हैं और सभी देशों को डब्ल्यूएचओ की सिफारिशों का पालन करने के लिए प्रेरित किया है.’

उन्होंने कहा, ‘हम उन देशों की निंदा तथा उनका विरोध करते हैं जो डब्ल्यूएचओ की सिफारिशों तथा आईसीएओ के बुलेटिनों के खिलाफ गए तथा हमने उनके समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया है.’

एयर इंडिया और इंडिगो समेत कई अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनियों ने वायरस के दुनियाभर में फैलने के डर से चीन जाने वाली उड़ानें रद्द कर दी हैं.

भारत और अमेरिका समेत कई देशों ने यात्रा प्रतिबंधों की भी घोषणा की है. इस बीच, जापान के क्रूज जहाज में 41 और लोगों के कोरोना वायरस के चपेट में आने की पुष्टि हुई है.

राष्ट्रीय प्रसारणकर्ता एनएचके समेत स्थानीय मीडिया ने शुक्रवार को बताया कि डायमंड प्रिंसेज जहाज पर सवार लोगों के कोरोना वायरस के चपेट में आने की संख्या बढ़कर 61 हो गई है. कनाडा ने भी बृहस्पतिवार को सरकारी चार्टर्ड विमान से वुहान से अपने नागरिकों को बाहर निकाल लिया है.

विदेश मंत्री फ्रैंकोइस-फिलिप शैंपेन ने बताया कि 347 कनाडाई नागरिकों ने चीन से निकलने के लिए ओटावा की मदद मांगी थी और 176 लोगों को निकाल लिया गया है. उन्होंने बताया, ‘दूसरा कनाडाई विमान चीन के लिए सोमवार को उड़ान भरेगा.’

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