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Saturday, 16 November, 2024
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कनाडा ने भारत के वीजा रद्द करने समेत कदमों पर जताई चिंता, कहा- निज्जर हत्या मामले में मिलकर करें काम

कनाडा के रक्षा मंत्री बिल ब्लेयर ने कहा, "हमें विश्वास है कि हमारे पास बहुत विश्वसनीय खुफिया जानकारी है जिससे हम बहुत चिंतित हैं और आरसीएमपी (रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस) ने अब जांच शुरू कर दी है.”

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टोरंटो : कनाडा के रक्षा मंत्री बिल ब्लेयर ने कनाडाई लोगों के लिए वीजा सेवाओं के निलंबन समेत भारत द्वारा उठाए गए अन्य कदमों पर चिंता व्यक्त की है.

उन्होंने भारत से एक सिख अलगाववादी नेता की हत्या की जांच में पूरा सहयोग करने, सच्चाई को उजागर करने और इस मामले को उचित तरीके से हल करने के लिए मिलकर काम करने का आग्रह किया.

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने 18 जून को ब्रिटिश कोलंबिया में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर (45) की हत्या में भारतीय एजेंटों का हाथ होने की आशंका जताई थी, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया. भारत ने 2020 में निज्जर को आतंकवादी घोषित किया था.

भारत ने ट्रूडो के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कनाडा के राजनयिक को निष्कासित कर दिया. इससे पहले कनाडा ने भारतीय राजनयिक को निकाल दिया था.

ब्लेयर ने रविवार को सीबीसी न्यूज को दिए साक्षात्कार में कहा, “हमें विश्वास है कि हमारे पास बहुत विश्वसनीय खुफिया जानकारी है जिससे हम बहुत चिंतित हैं और आरसीएमपी (रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस) ने अब जांच शुरू कर दी है.”

यह पूछे जाने पर कि क्या वह भारत की ओर से उठाए गए कुछ कदमों को लेकर चिंतित हैं. इसके जवाब में ब्लेयर ने कहा, ‘मैं उन कदमों के बारे में चिंतित हूं जिसे वे उठा रहे हैं क्योंकि हमारे देश में एक बहुत महत्वपूर्ण भारतीय-कनाडाई आबादी रहती है. ये लोग परिवार, कारोबार तथा अन्य कारणों से भारत से जुड़े हुए हैं.”

उन्होंने कहा, “हमें और भारत सरकार को सच्चाई का पता लगाकर इस मसले को उचित तरीके से हल करना चाहिए. हमने भारत में अपने सहयोगियों से एकमात्र अनुरोध यह किया है कि वे उस जांच में पूरा सहयोग करें क्योंकि इसका परिणाम बहुत महत्वपूर्ण है.”

ट्रूडो ने शुक्रवार को कहा था कि कनाडा ने निज्जर की हत्या पर ‘कई सप्ताह पहले’ सबूत भारत के साथ साझा किए थे और वह चाहता है कि नयी दिल्ली तथ्यों को स्थापित करने के लिए ओटावा के साथ रचनात्मक रूप से काम करे.

कनाडा द्वारा इस मामले में भारत से कोई जानकारी साझा करने के बारे में पूछे जाने पर दिल्ली में भारीय विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा, ‘‘कनाडा द्वारा इस मामले में तब या उससे पहले या बाद में कोई विशेष जानकारी साझा नहीं की गई है.’’


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