वाशिंगटन: अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने बुधवार को कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो अमेरिका ईरान को परमाणु हथियार हासिल नहीं करने देगा.
उन्होंने कहा कि बाइडेन प्रशासन अपने सहयोगी देशों के साथ मिलकर पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के समय ईरान के साथ हुए परमाणु समझौते को मजबूत करने के साथ ही अस्थिरता फैलाने वाले तेहरान के अन्य कदमों पर रोक लगाएगा.
इस मुद्दे को लेकर ट्रंप प्रशासन पर निशाना साधते हुए भारतीय मूल की सीनेटर ने कहा, ‘वह परमाणु समझौता, जैसा कि हम सब जानते हैं कि उसने ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ने से रोक दिया था और यह कारगर था, अंतरराष्ट्रीय निरीक्षकों और अमेरिकी खुफिया समुदाय ने भी इस बात की पुष्टि की थी. लेकिन डोनाल्ड ट्रंप ने इस समझौते से यह कहते हुए हाथ खींच लिए थे कि वे इससे बेहतर समझौता करके ईरान को काबू में करेंगे. लेकिन ईरान ने तो अपनी परमाणु गतिविधियां बढ़ा दी.’
अमेरिका में किसी भी बड़ी पार्टी की ओर से उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनाई जाने वाली हैरिस पहली अश्वेत और भारतीय मूल की व्यक्ति हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं यह स्पष्ट कर दूं कि हम ईरान को परमाणु हथियार हासिल नहीं करने देंगे. हम यह सुनिश्चित करना जारी रखेंगे कि इजरायल को अमेरिका का अटूट समर्थन मिलता रहे.’
हैरिस चंदा हासिल करने के दौरान सवालों का जवाब दे रही थीं. उन्होंने कहा कि ओबामा प्रशासन में तत्कालीन उपराष्ट्रपति जो बाइडेन ने ऐतिहासिक कदम उठाते हुए ईरान के परमाणु हथियार हासिल करने पर रोक लगा दी थी. बाइडेन अभी डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं.
कैलिफोर्निया से पहली बार सीनेटर बनीं हैरिस ने कहा कि उनका मानना है कि अमेरिका मौजूदा समय में पहले की अपेक्षा अपने सहयोगियों देशों के बीच कहीं ज्यादा अलग-थलग पड़ गया है.
यह भी पढ़ें: जिसके आधार पर एनआईआरएफ़ रैंकिंग में मिला 19वां स्थान, बीएचयू लॉ फ़ैकल्टी के पास नहीं वो डाटा