नोएडा: मेक यू बिग मीडिया प्राइवेट लिमिटेड की योजना दिल्ली में हुए नगर निगम और उत्तर प्रदेश के विधानसभा के उपचुनावों में प्रत्याशियों के लिए बनाई रणनीति काफी कारगर साबित हुई है. मेक यू बिग ने चुनाव में जिन प्रत्याशियों के लिए रणनीति बनाकर काम किया था उन सभी ने बाजी मार ली है. सभी ने बेहतर मतों के अंतर से चुनाव जीता है.
चुनाव में जीत के लिए प्रत्याशी का आम मतदाता पर पकड़ मजबूत होने के साथ ही उस प्रत्याशी का पब्लिक रिलेशन, इवेंट मैनेजमेंट, ऑनलाइन ब्रांड मैनेजमेंट एंड प्रमोशन का होना भी बहुत जरूरी है. इनके अलावा सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों के जरिये आम लोगों को प्रत्याशी की पहुंच कितनी है यह भी काफी मायने रखता है. यदि किसी प्रत्याशी का इन माध्यमों में कोई दखल नहीं है तो उसका चुनाव जीतना संदेह उत्पन्न करने वाला हो जाता है.
मेक यू बिग की चुनाव जिताने में योगदान
मेक यू बिग जिस प्रत्याशी का काम अपने हाथ में लेती है उसके पक्ष में जी-जान से जुट जाती है. इसके लिए वह सोशल मीडिया मैनेजमेंट, प्रत्याशी के पक्ष में मतदाताओं का सर्वे, कॉल सेंटर से माध्यम से यह पहले ही पता लगा लेती है कि मतदाता प्रत्याशी के पक्ष में हैं या नहीं. पक्ष में हैं तो ठीक, इसे और अधिक करने के प्रयास में जुट जाती है. यदि मतदाता प्रत्याशी के पक्ष में नहीं हैं तो क्यों नहीं हैं, का पता लगाती है. उसका कारण ढूंढ़ती है और उस कारण व खामियों को दूर कर वह मतदाताओं का रूख प्रत्याशी के पक्ष में करने का भरपूर प्रयास करती है. इस कार्य में वह काफी हद तक सफल भी रही है.
दिल्ली में हुए नगर निगम के चुनाव में मेक यू बिग ने पूर्व महापौर दक्षिणी दिल्ली नगर निगम व भाजपा की वार्ड 120, द्वारका बी से प्रत्याशी कमलजीत सहरावत, नजफगढ़ वार्ड 127 से भाजपा के प्रत्याशी अमित खरखड़ी और वार्ड 126 ईसापुर के निर्दलीय प्रत्याशी मीना तरूण यादव के पक्ष में पूरे समर्पण से कार्य किया था. इसका परिणाम यह हुआ कि सभी प्रत्याशियों ने चुनाव में बाजी मार ली.
उत्तर प्रदेश में हुए रामपुर विधानसभा के उप चुनाव में मेक यू बिग ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी आकाश सक्सेना के पक्ष में कार्य किया था. आकाश सक्सेना की छवि क्षेत्र में हिंदू समर्थक और मुस्लिम विरोधी की थी. इस चुनाव में सबसे पहले मेक यू बिग ने सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों का उपयोग कर उनकी मुस्लिम विरोधी छवि को दूर किया. इसका परिणाम यह हुआ कि कुछ ही दिन में सक्सेना के समर्थन में कई मुस्लिम नेता आ गए. यहां तक कि आजम खां के खास समर्थक और उनके मीडिया प्रभारी फसाहत अली शानू समाजवादी पार्टी को छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए. इसके बाद तो सपा छोड़ने और भाजपा में मुस्लिम नेताओं के शामिल होने का सिलसिला ही शुरू हो गया. इससे आकाश सक्सेना की छवि सुधार में काफी मदद मिली और वे चुनाव में भारी मतों से बाजी मारने में सफल रहे. यही कारण है कि आकाश सक्सेना ने मेक यू बिग द्वारा किए गए कार्यों की सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर काफी तारीफ की है.
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ब्राडिंग का काफी योगदान
किसी भी चुनाव में जिस प्रत्याशी या पार्टी की जितनी अधिक ब्रांडिंग होती है उतना ही अधिक फायदा उस प्रत्याशी और पार्टी को चुनाव में होता है. ब्रांडिंग की बदौलत ही प्रत्याशी और पार्टी की मतदाताओं में और अधिक गहरी पैठ हो जाती है जिसे तोड़ना किसी पार्टी या प्रत्याशी के लिए आसान नहीं होता. मेक यू बिग प्रत्याशी की विभिन्न सोशल मीडिया के प्लेटफार्मों के जरिये प्रत्याशी ऐसी ब्रांडिंग कर देती है जिसे विरोधी प्रत्याशी नहीं तोड़ सके. इस कार्य में मेक यू बिग को महारत हासिल है.
मेक यू बिग के पास प्रोफेशनल्स की टीम
मेक यू बिग के संस्थापक (फाउंडर) व निदेशक आशीष गुप्ता बताते हैं कि उनकी कंपनी के पास स्पेशलिस्ट प्रोफेशनल्स की बेहतरीन टीम है. यह टीम जिस भी प्रत्याशी के काम को हाथ में लेती है उसके पक्ष में पूरी निष्ठा और ईमानदारी से जुट जाती है. यह निष्ठा और उनका जज्बा सकारात्मक परिणाम हासिल होने तक जारी रहता है. इसी का नतीजा है कि एक बार जो भी प्रत्याशी या पार्टी मेक यू बिग की सेवाएं हासिल करता है वह हर बार उसकी सेवा लेने को आतुर रहता है.
मेक यू बिग का खुद का सॉफ्टवेयर
आशीष गुप्ता बताते हैं कि मेक यू बिग का खुद का सॉफ्टवेयर है जिसके जरिये वे बूथ मैनेजमेंट, वॉर रूम, कॉल सेंटर आदि के जरिये अपने प्रत्याशियों के पक्ष में सीधे मतदाताओं से जुड़ जाते हैं. कंपनी अपने नेटवर्क के जरिये निर्वाचन क्षेत्र के हर बूथ पर नए कार्यकर्ताओं की टीम खड़ी करने, उसकी खामियों को दूर करने में उपयोग में लाती है.
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