नयी दिल्ली, नौ मई (भाषा) इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) चेयरमैन अरुण धूमल को पहली बार मैच के दौरान ‘स्ट्रेटजिक टाइमआउट’ के दौरान अहसास हुआ कि धर्मशाला में पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच जारी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच को तुरंत रोकना पड़ेगा।
हवाई हमले के सायरन दो पड़ोसी शहरों में बज चुके थे जिनमें से एक 100 किमी से भी कम दूरी पर था। इस दौरान सुरक्षा चिंताओं से अनजान 25,000 प्रशंसक स्टेडियम में मौजूद थे।
क्रिकेट प्रशासक के रूप में अपने ‘सबसे चुनौतीपूर्ण दिनों’ में से एक पर धूमल को इन 25,000 लोगों की सही तरीके से निकासी की देखरेख करनी थी और यह सुनिश्चित करना था कि परिस्थितियों में बदलाव का असर खिलाड़ियों पर ना पड़े।
पठानकोट (धर्मशाला से 85 किमी) और जम्मू (लगभग 200 किलोमीटर) पर पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमला होने के बाद ‘फ्लडलाइट्स’ को मंद कर दिया गया और कुछ समय के बद उसे पूरी तरह से बंद कर ‘ब्लैकआउट प्रोटोकॉल’ लागू किया गया।
बड़ी संख्या में मौजूद लोगों को यह बताने के लिए घोषणा की गई कि तकनीकी कारण से ‘फ्लडलाइट बंद कर दी गई है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वहां मौजूद प्रशंसकों में भगदड़ ना मचे।
धूमल ने पीटीआई को दिये साक्षात्कार में कहा, ‘‘ जब सार्वजनिक संबोधन प्रणाली पर ‘फ्लडलाइट’ बंद होने की घोषणा की गई, तो लोग वहां से जाना नहीं चाहते थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हमें यह सुनिश्चित करना था कि दर्शकों को बिना किसी घबराहट के बाहर निकाला जाए। हम भगदड़ की स्थिति नहीं होने दे सकते थे।’’
धूमल, हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ के अधिकारियों और स्थानीय पुलिस ने इस कार्य को बड़ी तत्परता से अंजाम दिया और आधे घंटे से भी कम समय में लोग वहां से तितर-बितर हो गए।
हिमाचल के निवासी धूमल ने कहा, ‘‘ आपको यह समझना होगा कि पंजाब जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहा था, उससे मैच बहुत रोमांचक था। यह पूरा काम स्थानीय पुलिस और जिला प्रशासन की मदद के बिना संभव नहीं था। उन्होंने शानदार काम किया।’’
उन्हें पंजाब किंग्स की सह-मालिक प्रीति जिंटा के बगल में खड़े होकर लोगों से स्टेडियम से बाहर निकलने का अनुरोध करते देखा गया। धर्मशाला पंजाब किंग्स फ्रेंचाइजी का दूसरा घरेलू मैदान है।
पहलगाम आतंकी हमले (22 अप्रैल) के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते संघर्ष के बीच शुक्रवार को आईपीएल को एक सप्ताह के लिए निलंबित कर दिया गया था। धूमल से जब पूछा गया कि क्या आईपीएल चेयरमैन के तौर पर यह उनके कार्यकाल की सबसे चुनौतीपूर्ण रात थी? तो उन्होंने कहा नहीं ऐसा नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘ कोविड-19 के दौरान हमारे सामने बड़ी चुनौती थी, जब टूर्नामेंट को बीच में ही रोक दिया गया था। लेकिन कल की चुनौती अलग थी, क्योंकि हमें सुरक्षा प्रोटोकॉल के कारण ‘लाइव गेम’ रोकना पड़ा। ’’
धूमल ने कहा, ‘‘यह सुनिश्चित करना कि सब कुछ कम से कम समय में सुचारू रूप से हो, एक चुनौती थी। स्टेडियम में हालांकि अनुशासित प्रशंसक थे जिन्होंने वहां घोषणा के बाद बिना किसी विरोध स्टेडियम खाली कर दिया।’’
आईपीएल चेयरमैन ने कहा कि बेहतर समन्वय के कारण आईपीएल संचालन टीम और स्थानीय जिला प्रशासन ने 10 मिनट के अंदर मैच को निलंबित कर दर्शकों को सुरक्षित तरीके से स्टेडियम से बाहर निकाल दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘ ‘स्ट्रैटेजिक टाइमआउट’ के दौरान मुझे ब्लैकआउट प्रोटोकॉल के बारे में बताया गया। हमारे पास बहुत कम समय था, लेकिन मैंने तुरंत डीसी (दिल्ली कैपिटल्स) और पंजाब प्रबंधन के शीर्ष अधिकारियों को सूचित किया कि कुछ समय में लाइट बंद हो जाएगी और हम इस काम को किस तरीके से अंजाम देने की योजना बना रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उनसे बात की और उन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि खिलाड़ी डरें या घबराएं नहीं।’’
इसमें स्थानीय पुलिस से भी पूरा सहयोग मिला जिसने मैदान के बाहर के ज्यादातर बैरिकेड हटा दिये ताकि बड़ी संख्या में दर्शकों को निकलने में कोई परेशानी ना हो।
धूमल को इस बात से राहत मिली है कि पंजाब और दिल्ली दोनों टीमें होशियारपुर और जालंधर से होते हुए लंबी यात्रा के बाद सुरक्षित रूप से राष्ट्रीय राजधानी पहुंच गई हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ कुछ लॉजिस्टिकल परेशानिया रही क्योंकि सिर्फ खिलाड़ी ही नहीं, बल्कि मैच के सुचारू संचालन में कई लोग शामिल होते हैं। इसलिए, हमें यात्रा की व्यवस्था करनी थी और यह भी सुनिश्चित करना था कि धर्मशाला से दिल्ली तक की यात्रा के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हों।’’
शुक्रवार की सुबह खिलाड़ियों, कोचिंग स्टाफ और प्रसारण कर्मियों सहित दोनों टीमों के पूरे दल को लगभग 40 से 50 छोटे वाहनों में धर्मशाला से पंजाब की सीमा पर स्थित होशियारपुर ले जाया गया। इस काफिले को कांगड़ा पुलिस ने सुरक्षा मुहैया कराई और वाहनों के होशियारपुर पहुंचने के बाद पंजाब पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था संभाल ली।
वहां से उन्हें दिल्ली आने के लिए विशेष रूप से तैयार ट्रेन में सवार होने के लिए जालंधर ले जाया गया।
एशिया कप को रद्द करके आईपीएल के शेष 16 मैच सितंबर में आयोजित किए जाने की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर धूमल ने कहा कि शायद यह इन विकल्पों पर विचार करने का समय नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘इस समय, देश के बाकी सभी लोगों की तरह, हम देश में अपने सशस्त्र बलों के साथ एकजुटता में खड़े हैं। हम उचित समय पर टूर्नामेंट के शेष मैचों के बारे में निर्णय लेंगे।’’
भाषा आनन्द नमिता
नमिता
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