नयी दिल्ली, 25 अगस्त (भाषा) भारत के नए मुख्य कोच खालिद जमील ने सोमवार को कहा कि 41 साल की उम्र में भी देश में करिश्माई खिलाड़ी सुनील छेत्री से बेहतर कोई खिलाड़ी नहीं है और जब तक वह उपलब्ध रहेंगे तब तक वह राष्ट्रीय टीम में बने रहेंगे।
जमील ने छेत्री को 29 अगस्त से शुरू होने वाले सीएएफए नेशंस कप के राष्ट्रीय शिविर से बाहर रखा है और कहा कि यह अक्टूबर में होने वाले महत्वपूर्ण एशियाई कप क्वालीफायर मैचों की तैयारी के लिए एक टूर्नामेंट मात्र है। उन्होंने स्पष्ट किया कि छेत्री नौ अक्टूबर (विदेश में) और 14 अक्टूबर (स्वदेश में) को सिंगापुर के खिलाफ राष्ट्रीय टीम में शामिल होंगे।
जमील ने बेंगलुरु से पीटीआई से कहा, ‘‘भारत में उनसे बेहतर कोई और खिलाड़ी नहीं है। तो जब वह उपलब्ध हैं तो क्यों नहीं? हमें उनके अनुभव की जरूरत है। वह एक दिग्गज हैं और उन्होंने इतने वर्षों तक देश को बहुत कुछ दिया है।’’
छेत्री ने पिछले साल जून में कुवैत के खिलाफ खेलने के बाद अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास ले लिया था लेकिन तत्कालीन मुख्य कोच मनोलो मारक्वेज के एशियाई कप क्वालीफायर के तीसरे दौर में टीम की मदद करने के अनुरोध पर इस साल मार्च में मालदीव के खिलाफ मैच में राष्ट्रीय टीम के लिए वापसी की।
छेत्री ने तब से चार मैच खेले हैं और एक बार गोल किया है। उन्होंने मालदीव पर 3-0 की जीत के दौरान गोल किया।
जमील ने छेत्री से सीएएफए नेशंस कप के लिए राष्ट्रीय शिविर से उन्हें बाहर रखने के बारे में बात की थी।
यह पूछे जाने पर कि क्या छेत्री अगले साल की शुरुआत में होने वाले दो एशियाई कप क्वालीफाइंग मैचों में भारतीय टीम का हिस्सा बनना चाहते हैं, जमील ने कहा, ‘‘अगर वह मैचों के लिए उपलब्ध हैं तो कोई समस्या नहीं है। हम देखेंगे। अगर वह खेलना चाहते हैं, तो क्यों नहीं? उन्होंने पिछले साल भी अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने गोल किए हैं।’’
जमील को एक अगस्त को भारत का मुख्य कोच नियुक्त किया गया था लेकिन उन्होंने 12 अगस्त को दो साल की अवधि के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर किए जिसमें परिणामों के आधार पर एक साल के लिए अनुबंध बढ़ाने का विकल्प भी शामिल था।
यह पूछे जाने पर कि उन्होंने अनुबंध पर हस्ताक्षर करने में 10 दिन से अधिक समय क्यों लगाया, जमील ने कहा, ‘‘मैं डूरंड कप मैचों (जमशेदपुर एफसी के लिए) में व्यस्त था। मैं सोच रहा था कि मैं एक ही जगह पर ध्यान केंद्रित करूंगा, क्लब या देश पर। इसलिए थोड़ा अंतराल था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘डूरंड कप के मैच लगातार चल रहे थे। मैंने प्रबंधन (जमशेदपुर एफसी) से अनुरोध किया। उन्होंने कहा, नहीं, पहले आपको देश के लिए काम करना होगा, कोई बात नहीं। इसलिए थोड़ी देरी हुई।’’
जमील ने कहा, ‘‘मैंने भारत के मुख्य कोच का पद लेने के बारे में दोबारा नहीं सोचा।’’
भाषा सुधीर पंत
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