उदयपुर, दो अगस्त (भाषा) एएफसी महिला एशियाई कप की तैयारी के लिए भारत को 12 अंतरराष्ट्रीय मैत्री मैच खेलने हैं और अनुभवी सेंटर-बैक स्वीटी देवी नगांगबाम का मानना है कि इन मुकाबलों से मिलने वाला अनुभव फीफा विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने के उनके सपने को मजबूत करेगा।
विश्व रैंकिंग में 70वें स्थान पर काबिज भारत को एक से 21 मार्च 2026 तक ऑस्ट्रेलिया में होने वाले इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट के लिए एशियाई दिग्गज टीमों जापान (सातवें), वियतनाम (37वें) और चीनी ताइपे (42वें) के साथ एक कठिन ग्रुप सी में रखा गया है।
उदयपुर के पास जावर में जिंक फुटबॉल गर्ल्स अकादमी के लांच के दौरान स्वीटी ने ‘पीटीआई वीडियोज’ को बताया, ‘‘जापान हमेशा एक शीर्ष टीम रही है और उनके खिलाफ खेलना एक बड़ा मौका है। हम जानते हैं कि हमें मानसिक रूप से मजबूत होना होगा। हम अपनी पूरी क्षमता से खेलेंगे। ’’
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने भारतीय महिला टीम के लिए एक व्यापक रोडमैप जारी किया है जिसमें 83 दिन का राष्ट्रीय शिविर, 12 अंतरराष्ट्रीय मैत्री मैच, 5-7 घरेलू मैच और भारतीय महिला लीग 2025-26 सत्र की शुरुआत शामिल है।
स्वीटी ने कहा, ‘‘हम एशिया कप के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करेंगे और हमारा ध्यान विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने पर है। ’’
भारत एशियाई कप में अपने अभियान की शुरुआत चार मार्च को वियतनाम के खिलाफ करेगा। इसके बाद उसका सामना जापान (7 मार्च) और चीनी ताइपे (10 मार्च) से होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य हर अंतरराष्ट्रीय मैच जीतना है। ये मैत्री मैच हमें महत्वपूर्ण अनुभव प्रदान करेंगे। कोच हमें उन विभागों में मार्गदर्शन करेंगे जिनमें हमें सुधार करने की जरूरत है। हम अपना पूरा प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। ’’
भाषा नमिता मोना
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