नयी दिल्ली, 16 नवंबर (भाषा) भारतीय राष्ट्रीय राइफल महासंघ (एनआरएआई) 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए अपनी चयन नीति में एक बड़ा संशोधन करते हुए ‘फायर-आर्म’ श्रेणी में ओलंपिक कोटा विजेताओं के लिए केवल दो बोनस अंक और ‘एयर गन’ निशानेबाजों को एक बोनस अंक देने का प्रावधान रखा है।
एयर गन में 10 मीटर की स्पर्धा (पिस्टल और रायफल) होती है जबकि फायर-आर्म में 25 मीटर और उससे अधिक दूरी वाली स्पर्धाएं (पिस्टल और रायफल) होती हैं।
इससे पहले ओलंपिक कोटा विजेता को विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने पर 10 बोनस अंक मिलते थे, जबकि चौथे स्थान पर रहने वाले को पांच अंक मिलते थे। इसी तरह विश्व कप में स्वर्ण पदक विजेता को छह, रजत पदक विजेता को चार और कांस्य पदक विजेता को दो बोनस अंक दिये जाते थे।
इन बोनस अंकों से विश्व कप, विश्व चैंपियनशिप और एशियाई स्पर्धाओं में देश के लिए कोटा स्थान अर्जित करने वाले निशानेबाजों को अन्य ओलंपिक में भाग लेने के इच्छुक अन्य खिलाड़ियों की तुलना में काफी लाभ मिलता। ऐसे खिलाड़ी ओलंपिक के लिए टीम का चयन करने के लिए ट्रायल में उस अंतर की भरपाई नहीं कर पाते थे।
ऐसी स्थिति में अपनी ही नीति के कारण महासंघ के पास अधिक अंक वाले निशानेबाजों को ओलंपिक में भेजने के अलावा कोई और विकल्प नहीं था। ओलंपिक से पहले सर्वश्रेष्ठ लय में रहने वाले खिलाड़ियों की जगह दूसरे खिलाड़ियों को टीम में जगह मिल जाती थी।
पिछले दो ओलंपिक (2016 रियो और 2020 तोक्यो) में निशानेबाजों के पदक न जीतने के कारण एनआरएआई ने नीति में संशोधन किया है।
संशोधित नीति के अनुसार ओलंपिक ट्रायल में कोटा विजेताओं के लिए चार ट्रायल में से तीन सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के औसत अंक में बोनस अंक को जोड़ा जायेगा। एनआरएआई ट्रायल प्रतियोगिता का आयोजन मई में करेगा।
एनआरएआई संचालन समिति ने बुधवार को अपनी बैठक में फैसला किया कि अंतिम औसत स्कोर (एफएएस) चार ट्रायल में से तीन सर्वश्रेष्ठ स्कोर का औसत होगा जिसमें बोनस अंक जोड़ा जाएगा।
निशानेबाजी में ओलंपिक कोटा किसी व्यक्ति द्वारा नहीं बल्कि देश द्वारा जीता जाता है।
एनआरएआई से जारी बयान के मुताबिक, ‘‘ इस नीति प्रत्येक निशानेबाज को अंतिम औसत स्कोर (एफएएस) मिलने पर आधारित है। एफएएस का आकलन ओलंपिक चयन ट्रायल स्कोर और (ओलंपिक) कोटा बोनस अंक का औसत स्कोर होगा।’’
बयान के मुताबिक, ‘‘ यह (एनआरएआई तकनीकी) समिति ओलंपिक कोटा स्थान जीतने की खिलाड़ी की व्यक्तिगत उपलब्धि को छीनना नहीं चाहती है। कोटा स्थान का विजेता एफएएस की गणना करते समय कोटा अंक प्राप्त करने का हकदार होगा । इसमें फायर आर्म स्पर्धा (दो अंक) और एयर गन स्पर्धा (एक अंक) शामिल है।’’
भाषा आनन्द पंत
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