बेंगलुरु, 25 अगस्त (भाषा) भारत के घरेलू फुटबॉल से जुड़े मुद्दों को सुलझाने के लिए अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के पदाधिकारियों और उसके वाणिज्यिक साझेदारों के बीच घरेलू टूर्नामेंट को लेकर सोमवार को हुई बैठक में कोई खास प्रगति नहीं हुई।
एआईएफएफ ने बैठक के बाद यहां जारी बयान में कहा कि दोनों पक्षों ने ‘आपसी सहमति से एक प्रस्ताव पर पहुंचने’ का विश्वास व्यक्त किया लेकिन इस बात का कोई उल्लेख नहीं किया गया कि उन्होंने इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) और सुपर कप कब शुरू करने पर कोई चर्चा की है या नहीं।’’
यह मामला हालांकि अभी न्यायालय के अधीन है।
पिछले शुक्रवार को इस मामले की सुनवाई करते हुए उच्चतम न्यायालय ने एआईएफएफ और फुटबॉल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट लिमिटेड (एफएसडीएल) को इस मुद्दे पर चर्चा करने और अगली सुनवाई की तारीख 28 अगस्त तक कोई समाधान निकालने का निर्देश दिया था। एफएसडीएल एआईएफएफ का वाणिज्यिक साझेदार होने के साथ-साथ आईएसएल का आयोजक भी है।
एआईएफएफ ने कहा, ‘‘दोनों पक्षों ने रचनात्मक और सकारात्मक भावना से चर्चा की और एक पारस्परिक रूप से सहमत प्रस्ताव पर पहुंचने का विश्वास व्यक्त किया जो भारत में फुटबॉल के निरंतर विकास और प्रगति को सुनिश्चित करेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘संयुक्त प्रस्ताव 28 अगस्त को माननीय उच्चतम न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। मामला न्यायालय में विचाराधीन रहने तक दोनों पक्ष कोई और टिप्पणी नहीं करेंगे।’’
भाषा सुधीर पंत
पंत
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.