बर्मिंघम, दो अगस्त ( भाषा ) भारतीय महिला लॉन बॉल टीम ने राष्ट्रमंडल खेलों में मंगलवार को स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया और पूरे देश को इस गुमनाम से खेल को देखने के लिये प्रेरित भी किया ।
भारत की लवली चौबे ( लीड), पिंकी (सेकंड), नयनमोनी सैकिया ( थर्ड) और रूपा रानी टिर्की ( स्लिप) की चौकड़ी ने दक्षिण अफ्रीका को फाइनल में 17 . 10 से हराया ।
प्रतियोगिता की महिला फोर स्पर्धा में भारत पहली बार उतरा था ।
भारतीय दल का यह चौथा स्वर्ण है और भारोत्तोलन के अलावा किसी स्पर्धा में पहला स्वर्ण भी है।
एक समय भारतीय टीम 8 . 2 से आगे थी लेकिन थाबेलो मुहांगो ( लीड ), ब्रिगेट कालित्ज (सेकंड), एस्मी क्रगर ( थर्ड ) और जोहाना स्नीमैन ( स्किप) ने 8. 8 से बराबरी कर ली ।
भारतीय खिलाड़ियों ने संयम बरकरार रखते हुए आखिरी तीन दौर जीते ।
भारतीय टीम की अगुवाई करने वाली लवली झारखंड पुलिस में कांस्टेबल है जबकि रूपा रांची में खेल विभाग में कार्यरत है। पिंकी दिल्ली के डीपीएस आरके पुरम में खेल शिक्षक है तो वहीं किसान परिवार से आने वाली नयनमोनी असम में वन विभाग में कार्यरत है।
इन खिलाड़ियों को उम्मीद है कि उनकी सफलता से देश में इस खेल को लोकप्रियता मिलेगी।
बुधवार को अपना 42वां जन्मदिन मनाने की तैयारी कर रही लवली ने कहा, ‘‘ हम सिर्फ टीम के लिए नहीं बल्कि पूरे भारत के लिए कुछ हासिल करना चाहते थे। हमें पता था कि पदक के बिना देश वापस जाने पर हमारे लिए इस खेल के दरवाजे बंद हो जायेंगे। अब हमारे लिए दरवाजे खुले रहेंगे। मैं मीडिया, अपने महासंघ, भारतीय ओलंपिक संघ और हमारी प्रबंधक अंजू मैडम का शुक्रिया करते है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘ अंजू मैडम ने हमें शॉट चयन और फैसले लेने की आजादी दी, इससे हमारा काम आसान हो गाया। ’’
41 साल की पिंकी ने कहा हमारी कड़ी मेहनत रंग लायी। हमने इतिहास रच दिया। हमें पता था कि स्वर्ण पदक से काफी प्रभाव पडेगा।’’
नयनमोनी ने कहा कि मुकाबला 8-8 से बराबर होने के बाद भी टीम ने हार नहीं मानी।
उन्होंने कहा, ‘‘ स्किप (रूपा) ने हमें कहा था कि हम जीत सकते है। हमारी टीम शानदार है। हमें बस अपना ध्यान नहीं भटकने देना है।’’
रूप ने कहा कि टीम ने पहले भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जीते हैं लेकिन राष्ट्रमंडल खेलों का असर बहुत ज्यादा होता है।
उन्होंने इसे जिंदगी बदलने वाली जीत करार देते हुए कहा, ‘‘हमने एशिया प्रशांत और एशियाई चैम्पियनशिप में भी जीत दर्ज की है। हम हालांकि इस पदक से लोगों का ध्यान आकर्षित करने में सफल रहेंगे।’’
इससे पहले महिला ट्रिपल में भारतीय टीम ने राष्ट्रमंडल शुरुआती मैच में न्यूजीलैंड को 15 . 11 से पराजित किया।
भारत की तानिया चौधरी (लीड), पिंकी (सेकंड) और रूपा रानी टिर्की (स्किप) की तिकड़ी निकोल टॉमी (लीड), तायला ब्रूस (सेकंड) और वैल स्मिथ (स्किप) की कीवी टीम से कहीं बेहतर साबित हुई।
भारत छठे छोर के बाद 6 . 2 से आगे चल रहा था, लेकिन न्यूजीलैंड ने नौवें छोर के बाद स्कोर बराबर कर लिया। भारतीय टीम ने हालांकि अपनी प्रतिद्वंद्वी टीम को वापसी का मौका नहीं दिया और आखिर में मुकाबला जीतने में सफल रही।
इस स्पर्धा में भारत का अगला मुकाबला इंग्लैंड से होगा जबकि बुधवार को वह नीयु से भिड़ेगा।
इस बीच भारत की महिला पेयर टीम को न्यूजीलैंड से 18 . 9 से हार का सामना करना पड़ा। भारतीय टीम में लवली चौबे (लीड) और नयनमोनी सैकिया (स्किप) शामिल थी।
भारतीय टीम को क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने के लिए बुधवार को नीयु और दक्षिण अफ्रीका को हराना होगा।
पुरुष एकल में मृदुल बोरगोहेन को न्यूजीलैंड के शैनन मैकिलरॉय से 8-21 से हार का सामना करना पड़ा।
बोरगोहेन अगले दो दौर में फॉकलैंड आईलैंड के क्रिस लोके और स्कॉटलैंड के इयान मैक्लीन से होगा।
भाषा आनन्द मोना
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