नयी दिल्ली, 19 मार्च (भाषा) पृथ्वीराज तोंडईमन, जोरावर सिंह संधू और विवान कपूर की तिकड़ी साइप्रस के निकोसिया के आयोजित साल के पहले शॉटगन विश्वकप के फाइनल में कुवैत की टीम से 2-6 से हार गयी जिससे उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
भारत ने इस तरह से अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ (आईएसएसएफ) की इस स्पर्धा में सिर्फ एक पदक के साथ नौवें स्थान पर रहा।
भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, इस आयोजन में भारत का प्रतिनिधित्व 11 सदस्यीय शॉटगन दल ने किया था।
क्वालीफिकेशन दौर में 12 टीमें में भारत 214 के स्कोर के साथ दूसरे स्थान पर रहा। कुवैत 225 में से 217 अंक के साथ शीर्ष स्थान पर रहा था।
कुवैत का दबदबा फाइनल में भी जारी रहा और टीम भारत को पछाड़कर चैम्पियन बनी। पोलैंड ने तुर्की को 6-4 से हराकर कांस्य पदक जीता।
भारत के अन्य उल्लेखनीय प्रदर्शनों में दो बार के ओलंपियन मैराज अहमद खान ने 125 में से 119 का स्कोर किया। उन्होंने इस दौरान दो बार परफेक्ट 25 का स्कोर किया। इस शानदार प्रदर्शन के बाद भी वह एक अंक से सेमीफाइनल में जगह बनाने से चूक गए। वह 100 से अधिक खिलाड़ियों की मौजूदगी वाले स्पर्धा में नौवें स्थान पर रहे।
लगभग 50 देशों के 350 एथलीटों ने निकोसिया में शॉटगन विश्व कप में भाग लिया, जहां 14 देशों ने पदक जीते।
इटली 10 में से तीन स्वर्ण पदक के साथ शीर्ष पर रहा, जबकि तुर्की दूसरे और स्लोवाकिया तीसरे स्थान पर रहा।
भाषा आनन्द नमिता
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