बेंगलुरु, 25 अगस्त (भाषा) अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष कल्याण चौबे को उम्मीद है कि भारतीय फुटबॉल टीम के नये मुख्य कोच खालिद जमील हाल के वर्षों में खराब प्रदर्शन के बाद टीम की किस्मत को बदलने में सफल रहेंगे।
चौबे ने संकेत दिया है कि वह कोच को खुद को साबित करने के लिए पर्याप्त समय देंगे।
मनोलो मार्केज के बाद कमान संभालने वाले जमील ने सोमवार को आगामी सीएएफए नेशंस कप के लिए 23 सदस्यीय टीम की घोषणा की। यह राष्ट्रीय टीम के कोच के रूप में उनका पहला कार्यभार होगा।
नये कोच से उम्मीदों के बारे में पूछे जाने पर एआईएफएफ प्रमुख ने कहा, ‘‘जैसा कि आप जानते हैं कि खालिद जमील को दो बार भारतीय फुटबॉल का सर्वश्रेष्ठ कोच चुना गया है। मेरा मानना है कि यह एक भारतीय के लिए सम्मान की बात है क्योंकि इस लीग (आईएसएल) में कई विदेशी कोच शामिल है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं बहुत खुश हूं कि दो दशकों के बाद एक भारतीय को अपनी काबिलियत साबित करने का मौका मिला है।’’
चौबे ने कहा कि एआईएफएफ की तकनीकी समिति में शामिल कई पूर्व दिग्गजों ने जमील की नियुक्ति का समर्थन किया था।
उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय टीम को आगे ले जाने की उनकी क्षमता को आईएम विजयन, शब्बीर अली, क्लाइमेक्स लॉरेंस, सुब्रत पॉल, शब्बीर पाशा, अरमांडो कोलासो, तबबी देवी और पिंकी मागर जैसे पूर्व खिलाड़ियों ने समर्थन दिया है। इन सभी उनके पक्ष में मतदान किया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जमील भारतीय खिलाड़ियों की मानसिकता, मनोविज्ञान, चुनौतियों और उनकी खूबियों ये वाकिफ हैं। मैं समझता हूं कि कोच को टीम और खिलाड़ियों के साथ तालमेल बिठाने के लिए कुछ समय चाहिए।’’
चौबे ने कहा, ‘‘ मुझे यकीन है कि वह क्लब प्रतियोगिताओं तरह अंतरराष्ट्रीय टीम के साथ भी अपनी योग्यता साबित करेंगे।’’
चौबे ने देश की शीर्ष घरेलू लीग (आईएसएल) के आयोजन को लेकर भारतीय फुटबॉल में चल रहे संकट से जल्द निपटने का विश्वास व्यक्त किया।
भाषा आनन्द पंत
पंत
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.