चेन्नई, 14 मई (भाषा) तमिनालडु सरकार ने महाबलीपुरम में 44वें शतरंज ओलंपियाड के आयोजन की तैयारी शुरू करते हुए 18 कार्य समितिओं का गठन किया और साथ ही भारत में खेल की केंद्रीय संचालन संस्था अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) के साथ अनुबंध किया।
तमिलनाडु सरकार और एआईसीएफ के बीच महाबलीपुरम में 28 जुलाई से 10 अगस्त तक होने वाले टूर्नामेंट के आयोजन के लिए सहमति पत्र (एमओयू) पर मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए गए।
युवा कल्याण, खेल एवं पर्यावरण राज्य मंत्री सिवा वी मेयानाथन, मुख्य सचिव वी इराई अंबु, प्रधान सचिव अपूर्वा, एसडीएटी सदस्य आर आनंदकुमार, ओलंपियाड के विशेष अधिकारी दारेज अहमद, एआईसीएफ अध्यक्ष संजय कपूर, एआईसीएफ सचिव भरत सिंह चौहान भी इस मौके पर मौजूद थे।
तेरह मई को जारी आदेश के अनुसार सरकार ने ओलंपियाड के दौरान स्वागत, परिवहन, प्रायोजन, उद्घाटन एवं समापन समारोह, मेहमाननवाजी, सुरक्षा जैसी गतिविधियों के लिए 18 कार्य समितियों का गठन किया है।
टूर्नामेंट का आयोजन शुरुआत में रूस में होना था लेकिन फरवरी में यूक्रेन पर उसके हमले के बाद देश से मेजबानी छीन ली गई। बाद में इसकी मेजबानी चेन्नई को मिली। ओलंपियाड के अलावा फिडे कांग्रेस और चुनाव भी इस दौरान होंगे।
समझौते पत्र पर हस्ताक्षर के बाद कपूर ने कहा, ‘‘यह ओलंपियाड के सफल आयोजन की ओर बढ़ते हुए उठाया गया बड़ा कदम है। ’’
चौहान ने कहा, ‘‘तैयारियां योजना के अनुसार चल रही हैं। ’’
भारत पहली बार विश्व स्तरीय शतरंज टूर्नामेंट की मेजबानी कर रहा है। 200 से ज्यादा टीमें पहले ही शतरंज ओलंपियाड के लिये पंजीकरण करा चुकी हैं।
भाषा नमिता सुधीर
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