नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कथित सामूहिक बलात्कार घटना की पीड़िता के घर शनिवार को पहुंचकर उसके परिवार से मुलाकात की. पीड़िता के परिवार से मुलाकात के बाद जहां प्रियंका गांधी ने कहा कि हमारी सरकार से कुछ मांगे हैं, उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, ‘हम न्यायिक जांच के साथ परिवार की सुरक्षा चाहते हैं.’
वहीं देर शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस मामले की जांच सीबीआई से कराने के आदेश दिए हैं. सीएमओ ऑफिस से जारी बयान में कहा गया, ‘सीएम योगी आदित्यनाथ ने संपूर्ण हाथरस प्रकरण की जांच सीबीआई से कराए जाने के आदेश दिए हैं.’
परिवार से मुलाकात के बाद प्रियंका ने यह भी कहा, ‘जहां-जहां अन्याय होगा हम वहां-वहां जाएंगे और आवाज बुलंद करेंगे.’ उन्होंने आगे कहा, ‘परिवार एक आखिरी बार अपनी बेटी को नहीं देख सका. यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए. जब तक न्याय नहीं मिल जाता, हम यह लड़ाई जारी रखेंगे. ‘
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी ने सम्पूर्ण हाथरस प्रकरण की जांच सीबीआई से कराए जाने के आदेश दिए हैं।
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) October 3, 2020
प्रशासन से अनुमति मिलने के बाद राहुल, प्रियंका और कांग्रेस के कुछ अन्य नेता हाथरस पहुंचे. इस दौरान उन्होंने करीब 50 मिनट से एक घंटे तक बंद कमरे परिवार वालों से मुलाकात की.
इससे पहले, डीएनडी पर कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं के बड़ी संख्या में जमा होने के बाद प्रशासन ने राहुल गांधी समेत पांच लोगों को हाथरस जाने की अनुमति दी. हाथरस रवाना होने से कुछ देर पहले, राहुल ने कहा कि उन्हें इस दुखी परिवार से मिलने से दुनिया की कोई भी ताकत नहीं रोक सकती.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘दुनिया की कोई भी ताक़त मुझे हाथरस के इस दुखी परिवार से मिलकर उनका दर्द बांटने से नहीं रोक सकती.’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘इस प्यारी बच्ची और उसके परिवार के साथ उप्र सरकार और उसकी पुलिस द्वारा किया जा रहा व्यवहार मुझे स्वीकार नहीं. किसी भी हिन्दुस्तानी को यह स्वीकार नहीं करना चाहिए.’
इससे पहले, बृहस्पतिवार को पीड़िता के परिवार से मुलाकात के लिए राहुल और प्रियंका के उत्तर प्रदेश स्थित हाथरस जाते समय पुलिस ने दोनों नेताओं को रोक कर हिरासत में ले लिया था.
वहीं, कांग्रेस ने दावा किया कि राहुल और प्रियंका को उत्तर प्रदेश की पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
कठोरतम कार्रवाई की जाएगी का सरकार का आश्वासन
बता दें कि शनिवार को ही मुख्यमंत्री के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव :गृह: अवनीश अवस्थी ने कथित सामूहिक बलात्कार घटना की पीड़िता के परिजनों से शनिवार को मिलने के बाद कहा कि एसआईटी परिवार द्वारा उठाए गए सभी मुद्दों पर गौर करेगी तथा दोषियों के विरूध्द कठोरतम कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने कहा कि इसके अलावा गांव में सुरक्षा के भी इंतजाम किये जायेंगे और इसके लिये जिले के आला अधिकारियों को निर्देश दे दिये गये हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अवनीश अवस्थी और पुलिस महानिदेशक एच सी अवस्थी ने यहां पीड़िता के परिवार से मुलाकात की.
अवस्थी ने कहा कि विशेष जांच दल (एसआईटी) की पहली रिपोर्ट कल चार बजे शाम में मिली और मुख्यमंत्री ने दो घंटे के अंदर तत्कालीन पुलिस अधीक्षक, थाना प्रभारी समेत अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित करने का आदेश दिया.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि एसआईटी की जांच चल रही है और वह अपना काम कर रही है. परिवारजनों द्वारा उठाए गए हर मुद्दे का समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर जनप्रतिनिधि आना चाहते हैं तो पांच या इससे कम लोगों को एक साथ आने की इजाजत होगी . दोनों अधिकारियों ने मीडिया से कहा कि हमने परिवार के प्रत्येक सदस्य से बात की है. हमने उन्हें आश्वस्त किया है कि जो भी दोषी होगा उसके विरूध्द कठोरतम कार्यवाही की जाएगी.
अपर मुख्य सचिव गृह ने कहा कि एक निर्णय यह भी लिया गया है कि गांव में सुरक्षा की व्यवस्था स्थायी रूप से की जायेंगी.
गौरतलब है कि 14 सितम्बर को हाथरस में चार युवकों ने 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया था. मंगलवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में पीड़िता की मौत हो गई, जिसके बाद बुधवार तड़के उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया.
पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें रात में ही अंतिम संस्कार करने के लिए बाध्य किया. बहरहाल, स्थानीय पुलिस का कहना है कि ‘परिवार की इच्छा के मुताबिक’अंतिम संस्कार किया गया.
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(भाषा के इनपुट्स के साथ)