नई दिल्ली: तेलंगाना की 119 सदस्यीय विधानसभा के लिए हो रहे चुनाव में गुरुवार को 11 बजे तक लगभग 20.64 प्रतिशत मतदान हुआ. निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
वहीं तेलंगाना के जनगांव विधानसभा क्षेत्र में गुरुवार को मतदान के दौरान एक मतदान केंद्र पर झड़प हो गई. कथित तौर पर सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति, कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई हुई.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस की एक टुकड़ी मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया.
हाथापाई का कथित वीडियो कैमरे में कैद हो गया और सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया गया. वीडियो के अनुसार, एक अज्ञात व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को थप्पड़ मारते हुए और उसका कॉलर पकड़ते हुए दिखाई दे रहा है, जबकि एक पुलिसकर्मी स्थिति को शांत करने के लिए आगे बढ़ते है.
भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच राज्य भर के विभिन्न मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ.
बता दें कि बीआरएस कार्यकर्ताओं ने राज्य कांग्रेस अध्यक्ष-पार्टी उम्मीदवार रेवंत रेड्डी के भाई कोंडल रेड्डी को कामारेड्डी में मतदान केंद्र पर जाने से इस आधार पर रोक दिया कि वह यहां के मतदाता नहीं हैं और यहां जाने के लिए अधिकृत नहीं हैं.
एक बीआरएस कार्यकर्ता ने कहा, “कोंडल रेड्डी फर्जी पास लेकर घूम रहे हैं और रिटर्निंग ऑफिसर से बात कर रहे हैं. वह 20 लोगों के साथ घूम रहे हैं. वह तीन वाहनों में उनके साथ तीन मतदान केंद्रों पर गए लेकिन पुलिस ने उन्हें कुछ नहीं कहा. वे यहां आकर गुंडागर्दी कर रहे हैं, हमने उनके साथ आए लोगों को पुलिस से गिरफ्तार करवाया. लेकिन पुलिस ने उन्हें 10 मिनट में छोड़ दिया, हम चुनाव आयोग से शिकायत करेंगे.”
कामारेड्डी विधानसभा क्षेत्र के एक मतदान केंद्र पर ईवीएम मशीन में खराबी के कारण मतदान रुका कुछ देर के लिए रूका. कामारेड्डी विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 253, आर एंड बी बिल्डिंग में सुबह करीब 8 बजे ईवीएम मशीन में खराबी के कारण मतदान प्रक्रिया लगभग 45 मिनट तक रुकी रही.
हालांकि, 45 मिनट बाद वोटिंग फिर शुरू हुई.
तेलंगाना विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है.
राज्य भर में स्थापित 35,655 मतदान केंद्रों पर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं. तेलंगाना में पहली बार, 80 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों और विकलांग व्यक्तियों के लिए घर पर मतदान की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है, इस सेवा का लाभ उठाने के लिए लगभग 27,600 मतदाताओं को सूचीबद्ध किया गया है.
एक चुनाव अधिकारी के अनुसार, लगभग 1,000 अन्य मतदाताओं ने भी इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट सिस्टम के लिए पंजीकरण कराया है.
इस बीच, बीआरएस नेता के कविता, तेलंगाना मंत्री और बीआरएस विधायक केटी रामाराव, राज्य कांग्रेस प्रमुख रेवंत रेड्डी और अन्य ने वोट डाला.
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद में वोट डालने के बाद कहा कि “हमें उम्मीद है कि हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे. अब, यह लोगों पर निर्भर है कि वे हजारों और लाखों की संख्या में वोट देने आएं. मतदाताओं को बाहर आकर मतदान करना चाहिए, यह छुट्टी या पिकनिक पर जाने का दिन नहीं है.”
2014 में नव निर्मित राज्य तेलंगाना के पहले विधानसभा चुनाव में, कांग्रेस को तेलंगाना क्षेत्र में 25.20 प्रतिशत और बीआरएस (तब टीआरएस) को 34 प्रतिशत वोट मिले थे.
2018 में, बीआरएस (तब तेलंगाना राष्ट्र समिति) ने 119 में से 88 सीटें जीतीं और उसका वोट शेयर 47.4 प्रतिशत था. कांग्रेस केवल 19 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही.
चार अन्य राज्यों के साथ वोटों की गिनती 3 दिसंबर को की जाएगी.
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