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Friday, 3 May, 2024
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सुब्रमण्यम स्वामी ने अमित मालवीय के साथ विवाद में PMO को घसीटा, तजिंदर बग्गा ने उठाया निष्ठा पर सवाल

भारतीय जनता पार्टी की नई टीम में मालवीय को आईटी प्रमुख बनाए रखने के बाद, स्वामी ने पीएमओ के एक अधिकारी पर आरोप लगाया है कि वे उनके खिलाफ फेक ट्वीट्स अभियान चला रहे.

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नई दिल्ली: राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी रविवार ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को भारतीय जनता पार्टी के नेशनल सोशल मीडिया और आईटी प्रमुख अमित मालवीय के साथ चल रही लड़ाई में घसीट लिया. इस पर भाजपा नेता ताजिंदर पाल सिंह बग्गा ने तुरंत जवाब दिया, जिन्होंने कहा कि स्वामी ने कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी को फायदा पहुंचाने के लिए एक बार भाजपा को चकमा दिया था.

भाजपा की नई टीम की घोषणा के कुछ घंटे बाद, जिसमें कहा गया कि मलावीय आईटी प्रमुख के रूप में बने रहेंगे, रविवार सुबह कई ट्वीट में, स्वामी ने कहा कि वे पहले मालवीय के खिलाफ ट्वीट किए थे ताकि यह पता लगाया जा सके कि पूर्व के ट्वीट को धन मुहैया कराया गया था या नहीं. 7 सितंबर को स्वामी ने मालवीया पर फेक ट्वीट्स का इस्तेमाल करके उनके खिलाफ छवि खराब करने का अभियान चलाने का आरोप लगाया था.

स्वामी ने अपने ताजा खुलासे में पीएमओ में हीरेन जोशी, ओएसडी (संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी) पर अपने खिलाफ फेक ट्वीट्स का अभियान चलाने का आरोप लगाया है.

उन्होंने कहा, ‘अब जबकि मालवीय को फिर से नियुक्त किया गया है, मैं यह कहना चाहता हूं- मेरा पहले का ट्वीट यह चेक करने के लिए था कि मालवीया ने फर्जी आईडी ट्वीट्स को खुद से पैसा मुहैया कराया था या नहीं. अब यह स्पष्ट है. पीएमओ के हीरेन जोशी (sic) इसके पीछे थे. मैंने दो सप्ताह पहले पीएम को पत्र लिखा था और दस्तावेजों के साथ उनकी जानकारी में लाया था.’


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एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने एक ट्विटर यूजर को जवाब दिया है, जिसमें स्वामी ने कहा, ‘मैं पता लगाऊंगा. सीबीआई पीएम को सीधे रिपोर्ट करती है. ईडी एफएम (वित्त मंत्री) को रिपोर्ट करती है. एनसीबी एफएम को रिपोर्ट करती है.’ यह तुरंत स्पष्ट नहीं हुआ था कि इस प्रतिक्रिया के क्या संकेत हैं.

इससे पहले शनिवार को, एक अन्य ट्विटर यूजर, जिसने स्वामी के आरोपों के बावजूद मालवीय को न हटाने पर सवाल किया है, को जवाब में सांसद ने कहा, ‘जैसा कि मैंने कहा कि यदि पार्टी उन्हें नहीं हटाती तो मैं अपना बचाव करूंगा. इसलिए लाइन साफ है.’

बग्गा का आरोप

स्वामी के ट्वीट के तुरंत बाद, भाजपा के तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने सांसद पर हमला बोला और उनकी निष्ठा पर सवाल खड़ा किया. बग्गा ने उन पर 1990 के आखिरी में सोनिया गांधी के फायदे के लिए अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार को चकमा देने का आरोप लगाया.

बाग्गा ने कहा, ‘क्या यह सही है कि अक्टूबर, 2014 में आप एक महिला पत्रकार से मिले थे और कहा था कि मैं 6 महीने के बाद पीएम @narendramodi को बेनकाब करना शुरू कर दूंगा. आपको मौका नहीं मिला कि आप अपने इस एजेंडे को चला सकें आप इसे अब कर रहे हैं. हमें आपका इतिहास पता है, आपने सोनिया (गांधी) के लिए अटल जी को चकमा दिया, जब आपको कुछ भी नहीं मिला तो आप विराट हिंदू (sic) बन गए.’

उन्होंने स्वामी पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को लेकर अपनी पॉजिशन बदलने को लेकर भी सवाल उठाया.

‘प्रिय @Swamy39 आपने सालों पहले कहा था कि आरएसएस एक आतंकवादी संगठन है लेकिन जब आपको सोनिया गांधी से कुछ नहीं मिला तो 1999 के बाद ही आप विराट हिंदू बन गये. क्या आप कभी किसी व्यक्ति या किसी काम के लिए निष्ठावान रह सकते हैं या आपसे इसकी अपेक्षा करना बहुत ज्यादा होगा? (sic).’ बग्गा ने एक और ट्वीट में कहा.

इसके बाद स्वामी ने बग्गा को ट्विटर पर ब्लॉक कर दिया.

‘प्रिय @Swamy39 इस तथ्य को स्वीकार/अस्वीकार करने के बजाय आपने मुझे ब्लॉक कर दिया. विराट स्वामी सच्चाई  पर चल रहे हैं, ओ मेरे भगवान.’ बग्गा ने पोस्ट किया.

लड़ाई

स्वामी जी ने 9 सितंबर को मालवीय को हटाने के लिए भाजपा को अल्टीमेटम दिया था. उन्होंने कहा था कि मालवीय का प्रस्थान पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से किया गया ‘समझौता प्रस्ताव’ है. उन्होंने कहा था कि यदि उन्हें पद से नहीं हटाया जाता तो इससे यह संकेत मिलता है कि पार्टी मेरा बचाव करने के लिए तैयार नहीं है. उन्होंने यह भी कहा था कि भाजपा का आईटी सेल ‘बेकार’ हो गया है.

रविवार को एक ट्विटर यूजर ने स्वामी से पूछा कि क्या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उन्हें ‘गंभीरता’ से लेते हैं.

इस पर स्वामी ने जवाब दिया, ‘यदि वह (पीएम) होते तो हम अर्थव्यवस्था के मामले में गड़बड़ी में होते जो कि एक लंबे समय से लड़खड़ा कर ढहने वाली है. हमारी चीन को लेकर नीति के साथ भी यही बात हैः शी जिनपिंग की मोदी के साथ 18 द्विपक्षीय बैठकें और अब चीनी फौजों ने एलएसी के आसपास के 1000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को हथिया लिया है.’ उन्होंने ट्वीट किया.

अपने कई ट्वीट के दौरान उन्होंने एक उत्तर प्रदेश कांग्रेस में ‘परिवर्तन के कारक’ के रूप में कार्य करने वाली प्रियंका गांधी पर एक न्यूज रिपोर्ट को ट्वीट कर उद्धृत किया.

(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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