अमरावती (आंध्र प्रदेश): मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने शनिवार को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से उन नीतियों में तुरंत बदलाव करने की मांग की, जिसके तहत बड़े कॉरपोरेट घरानों को सब्सिडी और कर लाभ दिया गया है.
उन्होंने, इन कंपनियों को बड़ी मात्रा में दिए गये ऋण की वसूली करने की भी मांग की है.
देशभर में माकपा द्वारा आयोजित 10 दिवसीय ‘देश रक्षणा भेरी’ के समापन के अवसर पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए, पार्टी महासचिव ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने आठ साल के कार्यकाल के दौरान संविधान और देश की अर्थव्यवस्था- दोनों को नष्ट कर दिया है.
येचुरी ने मोदी सरकार को सत्ताच्युत करने के लिए धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक दलों से हाथ मिलाने का आह्वान करते हुए कहा, ‘यदि आप ऐसा (नीतियों में बदलाव) नहीं करते हैं तो हम आपको सत्ता से हटा देंगे और एक नयी जन-हितैषी सरकार लाएंगे.’
येचुरी ने कहा, ‘मोदी के मित्रों-बड़े कॉरपोरेट घरानों को दिये गये 11 लाख करोड़ रुपये के रिण को बट्टे खाते में डाल दिया गया है. उन्हें कर लाभ के रूप में दो लाख करोड़ रुपये दिए गए थे. यह जनता के पैसे की एक खुली लूट है.’
उन्होंने बताया कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले उद्योगपति गौतम अडानी दुनिया के अमीरों की सूची में 330वें स्थान पर थे, लेकिन अब वे विश्व के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं.
येचुरी ने जोर देते हुए कहा कि मोदी के शासन में केवल पांच-छह उद्योगपति अरबों डॉलर के मालिक बन गये हैं, जबकि 20-25 आयु वर्ग के 42 प्रतिशत युवा बेरोजगार हैं.
उन्होंने दावा किया कि देश भर में आत्महत्या से 11,000 से अधिक युवाओं की मौत हो गई, क्योंकि वे नौकरी हासिल नहीं कर सके, जबकि सरकार में लाखों पद खाली हैं.
पूर्व राज्यसभा सदस्य ने कहा, ‘विभिन्न रूपों में कॉरपोरेट घरानों को दिया गया सारा पैसा वापस लिया जाना चाहिए और लोगों के कल्याण के लिए इसका इस्तेमाल किया जाना चाहिए. इससे बेरोजगारी की समस्या भी कम होगी.’
येचुरी ने यह भी कहा कि सभी भाजपा-शासित राज्यों में धर्मनिरपेक्षता खतरे में है, अल्पसंख्यकों पर हमले के लिए कानूनों में बदलाव किया जा रहा है और महिलाओं एवं दलितों पर अत्याचार बढ़े हैं.
उन्होंने आरोप लगाया, ‘भाजपा ने सभी राज्यों में जीत हासिल नहीं की है, फिर भी उसने गुप्त तरीकों से सत्ता हथिया ली है. वह विधायकों को खरीद रही है और अगर ऐसा संभव नहीं हो पाता है तो उन्हें प्रवर्तन निदेशालय, सीबीआई या अन्य एजेंसियों का इस्तेमाल करके धमका रही है.’
उन्होंने आगे कहा कि इस समय देश के लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता की रक्षा करना सभी की जिम्मेदारी है. येचुरी ने कहा, ‘मोदी को हटाना अनिवार्य है. यह माकपा का उद्देश्य है और हम देश भर में लड़ाई जारी रखेंगे. वामपंथी एकता को मजबूत करते हुए, धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र की रक्षा के लिए तैयार अन्य लोगों को एक धर्मनिरपेक्ष विकल्प बनाने के लिए एकजुट किया जाना चाहिए.’
माकपा की आंध्र प्रदेश इकाई के सचिव वी. श्रीनिवास राव और अन्य नेताओं ने बैठक में भाग लिया.
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