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Friday, 27 December, 2024
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‘शिंदे मॉडल’ बनाम ‘कॉल टू खड़गे’– तेलंगाना में KCR की बेटी कविता, BJP सांसद का एक-दूसरे पर हमला

कविता कल्वकुंतला ने भाजपा सांसद धर्मपुरी के इन दावों को पूरी तरह से नकार दिया कि उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष को फोन किया था. कविता ने उन्हें अपने खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती दी और उन्हें चप्पल से मारने की धमकी दी.

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हैदराबाद: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) के इन आरोपों के कुछ दिनों बाद कि उनकी बेटी से भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के लिए संपर्क किया गया था, कविता कल्वाकुंतला ने शुक्रवार को पुष्टि की कि ‘भाजपा के मित्र’ उनके पास आए थे और उनके सामने एक ‘शिंदे मॉडल’ का प्रस्ताव रखा था.

दूसरी ओर राज्य भाजपा ने दावा किया कि कविता ने कांग्रेस के नए निर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को कथित तौर पर फोन करके कांग्रेस में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की थी.

कविता ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘इस देश में इस समय अलग-अलग लोगों की ओर से मेरे पास कई प्रस्ताव आए हैं. मैं एक सभ्य पॉलिटिशियन हूं और मैं इस देश में लंबे समय तक राजनीति में रहना चाहती हूं. मैं किसी का नाम नहीं लूंगीं. मेरे पास भाजपा के दोस्तों और भाजपा के मित्र संगठनों की ओर से कई ऐसे प्रस्ताव आए हैं, जिसमें मुझे उनके साथ शामिल होने के लिए कहा गया था और उन्होंने ‘शिंदे मॉडल’ नामक एक प्रस्ताव भी मेरे सामने रखा था.’

वह महाराष्ट्र की राजनीति का जिक्र कर रही थीं, जहां एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना में हुए विभाजन के कारण जून में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गई. इसके बाद वहां भाजपा का सत्ता में वापसी का रास्ता खुल गया था.

निजामाबाद के विधान परिषद (एमएलसी) की सदस्य ने बताया, ‘मैंने उनसे कहा कि तेलंगाना के लोग धोखा नहीं देते, हम नेता बनेंगे लेकिन इस तरह के पिछले दरवाजे से नहीं. हमने विनम्रता से प्रस्ताव को खारिज कर दिया है, लेकिन अब वे उसके बाद क्या करते हैं, यह एक अलग कहानी है. हम एक प्रवृत्ति देख रहे हैं जहां ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) विपक्षी नेताओं को परेशान कर रही है.’

अपने पिता पर भरोसा रखने वाली कविता ने कहा कि मेरा ‘दिल सिर्फ एक ही जगह यानी अपने नेता के पास है. और मेरे इस जीवन में एक ही नेता है और वह हैं केसीआर, मेरा जीवन और मेरा राजनीतिक करियर उनके साथ था, है और आगे भी रहेगा.’

पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि केसीआर ने मंगलवार को पार्टी की आंतरिक बैठक में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के नेताओं को बताया था कि उनकी बेटी से भाजपा ने संपर्क किया है.


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‘केटीआर या कविता को खरीदने से हमें क्या मिलेगा?’

केसीआर की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा सांसद अरविंद धर्मपुरी ने गुरुवार को आरोप लगाया कि वह पिछले महीने उस कार्यक्रम से दरकिनार किए जाने से परेशान थीं, जिसके दौरान सत्तारूढ़ टीआरएस का नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) कर दिया गया था.

इस कदम को तेलंगाना से आगे अपनी पार्टी का विस्तार करने के केसीआर के बड़े लक्ष्य के हिस्से के रूप में देखा गया था. इस कार्यक्रम में अधिकांश टीआरएस कार्यकर्ता उपस्थित थे, जबकि कविता वहां मौजूद नहीं थीं.

धर्मपुरी ने दावा किया कि कविता कार्यक्रम से बाहर होने से परेशान थी. उन्होंने खड़गे से संपर्क किया और कांग्रेस में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की थी.

उन्होंने कहा, ‘अगर हम केटीआर (राज्य मंत्री और टीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष) या कविता को अपने पाले में लाएंगे (खरीदेंगे) तो हमें क्या मिलेगा? उन्हें उस कार्यक्रम में शामिल नहीं किया गया था, जिसमें टीआरएस का नाम बदलकर बीआरएस कर दिया गया था. तब उन्होंने परेशान होकर खड़गे को फोन किया था. कांग्रेस के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने मुझे फोन पर इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि वह कांग्रेस में शामिल होना चाहती हैं.’

गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए धर्मपुरी ने दावा किया कि उन्होंने कांग्रेस पदाधिकारी से कहा था कि कविता ने अपने ‘पिता को डराने’ के लिए ‘खड़गे के साथ फोन’ के बारे में जानकारी लीक की थी. उन्होंने उन्हें शांत किया और दोनों उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के प्रति संवेदना व्यक्त करने के लिए एक साथ चले गए.

उनकी टिप्पणियों के एक दिन बाद, हैदराबाद में धर्मपुरी के आवास पर कथित तौर पर टीआरएस कार्यकर्ताओं ने हमला किया, जिन्होंने कथित तौर पर निजामाबाद के सांसद के घर के सामने विरोध भी किया था.

‘अरविंद खिचड़ (कीचड़) की तरह है’

कविता ने आरोपों का खंडन करते हुए अरविंद के दावों पर तीखा जवाब जारी किया. मुख्यमंत्री की बेटी ने यहां तक कह दिया कि वह आने वाले चुनाव में जिस भी सीट पर चुनाव लड़ने का फैसला करेंगी, वह उन्हें हरा देंगी.

उन्होंने शुक्रवार को कहा, ‘सांसद अरविंद उस खिचड़ (कीचड़) की तरह हैं, जिस पर अगर हम पत्थर फेंकेंगे तो हमारे कपड़े गंदे हो जाएंगे. मुझे लगता है कि वह सपना देख रहे हैं कि मैं खड़गे को फोन करूंगी. उन्होंने कहा था कि उन्हें यह जानकारी कांग्रेस के किसी व्यक्ति के जरिए मिली है. इसका क्या मतलब है? अरविंद कांग्रेस के संपर्क में हैं, लेकिन मुझसे नहीं. उन्होंने चुनाव के दौरान पैसे से कांग्रेस की मदद की थी. ये सभी निराधार आरोप हैं, लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं.’

उन्होंने धमकी देते हुए कहा, ‘अरविंद याद रखना, अगर तुम मेरे खिलाफ इसी तरह के निराधार आरोप लगाते रहे तो मैं तुम्हें निजामाबाद चौरस्थ पर जूते से मारूंगी.’

अपने आवास पर हुए हमले की निंदा करते हुए और कविता की चुनौती का जवाब देते हुए, भाजपा सांसद ने केटीआर और कविता पर अपनी ऊंची जाति के होने पर अहंकार करने का आरोप लगाया.

उन्होंने कहा, ‘यह सिर्फ उनका अहंकार है क्योंकि वे उच्च जाति से आते हैं. मैंने क्या अपमानजनक टिप्पणी की? मेरी 70 साल की मां सहित मेरे घर की महिलाओं पर कैसे कोई हमला कर सकता है? क्या कविता को एक महिला होने के नाते यह सब नहीं दिखाई दे रहा है? और वह किसे धमकी दे रही है? वह 2024 में कहीं से भी चुनाव लड़ सकती हैं. मैं उन्हें कह रहा हूं कि आएं और चुनाव लड़ें.’

तेलंगाना में भाजपा के बढ़ते कदमों का सामना करते हुए टीआरएस ने इस महीने की शुरुआत में केंद्र में सत्ताधारी दल द्वारा अपने चार विधायकों को ‘परेशान‘ करने की साजिश को विफल करने का दावा किया था. हाईकोर्ट के जज की निगरानी में मामले की जांच चल रही है.

(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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