कठुआ/जम्मू: जम्मू कश्मीर विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष गुलाम हैदर मलिक समेत कांग्रेस के चार और नेताओं तथा अपनी पार्टी के 12 प्रमुख कार्यकर्ताओं ने वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के समर्थन में सोमवार को अपनी-अपनी पार्टी से इस्तीफे की घोषणा की.
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री आजाद (73) ने शुक्रवार को कांग्रेस के साथ अपने पांच दशक पुराने संबंधों को समाप्त करते हुए कहा था कि कांग्रेस ‘समग्र रूप से नष्ट हो चुकी है’ तथा इसका नेतृत्व आतंरिक चुनाव के नाम पर ‘धोखा दे रहा है.’ उन्होंने पूर्व पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी निशाना साधा था.
कठुआ की बानी विधानसभा से पूर्व कांग्रेस विधायक मलिक और दो पूर्व विधान परिषद सदस्य सुभाष गुप्ता तथा शामलाल भगत ने पार्टी आलाकमान को अपने इस्तीफे भेज दिये हैं.
आजाद के करीबी सहयोगी और पूर्व मंत्री जी एम सरूरी ने कहा, ‘हमें मलिक, गुप्ता और भगत से पत्र (समर्थन के) मिले हैं.’
जम्मू कश्मीर कांग्रेस के महासचिव महेश्वर सिंह मन्हास ने भी आजाद के समर्थन में पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.
संबंधित घटनाक्रम में डोडा से अपनी पार्टी के 12 कार्यकर्ताओं ने भी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र सौंपकर आजाद को समर्थन जताया है. इनमें पार्टी के जिलाध्यक्ष असगर हुसैन खांडेय, जिला महासचिव वीरेंद्र कुमार शर्मा और जिला उपाध्यक्ष (महिला इकाई) प्रमिला शर्मा शामिल हैं.
एक सूत्र ने बताया कि जम्मू कश्मीर के पूर्व उप मुख्यमंत्री तारा चंद, पूर्व मंत्रियों अब्दुल मजीद वानी, मनोहर लाल शर्मा और घारू राम तथा पूर्व विधायक बलवान सिंह ने भी दिल्ली में आजाद से मुलाकात की. सूत्र ने कहा कि वे कांग्रेस से इस्तीफे के बाद मंगलवार को उनके प्रति समर्थन की घोषणा कर सकते हैं.
यह भी पढ़ें: अगर कांग्रेस चुनाव प्रबंधन सीखना चाहती है, तो उसे बस अपनी कर्नाटक इकाई को देखने की जरूरत है