नई दिल्ली: लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश किया है.
प्रस्ताव में राहुल गांधी ने कहा, ‘यूपी पुलिस की एसआईटी रिपोर्ट में कहा गया है कि लखीमपुर में किसानों की हत्या सोची-समझी साजिश का हिस्सा थी न कि गलती से हुई घटना. एसआईटी ने सिफारिश की है कि सभी आरोपियों पर जल्द कार्रवाई की जाए.’
गांधी ने कहा, ‘सरकार को तुरंत एमओएस अजय कुमार मिश्रा को बर्खास्त करना चाहिए और ये सुनिश्चित करना चाहिए कि पीड़ित परिवार को न्याय मिले.’
मंगलवार को राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा था, ‘धर्म की राजनीति करते हो, आज राजनीति का धर्म निभाओ, यूपी में गए ही हो, तो मारे गए किसानों के परिवारों से मिलकर आओ. अपने मंत्री को बर्खास्त ना करना अन्याय है, अधर्म है.’
धर्म की राजनीति करते हो,
आज राजनीति का धर्म निभाओ,
यूपी में गए ही हो,
तो मारे गए किसानों के परिवारों से मिलकर आओ।अपने मंत्री को बर्खास्त ना करना अन्याय है, अधर्म है!#Lakhimpur pic.twitter.com/oHo147oL2U
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 14, 2021
लोकसभा में राहुल गांधी की तरफ से दिए गए स्थगन प्रस्ताव की जानकारी देते हुए कांग्रेस नेता अधीरंजन चौधरी ने कहा कि हम चाहते हैं कि सरकार अजय कुमार मिश्रा को बर्खास्त करे.
उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी आज इस विषय पर सदन में बात रखने की कोशिश करेंगे.’
चौधरी ने कहा, ‘अगर पीएम मोदी गंगा माता में थोड़ी भी आस्था रखते हैं तो उन्हें अपने मंत्री अजय मिश्रा को तुरंत बर्खास्त करना चाहिए.’
उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि इससे उनकी छवि अच्छी होगी क्योंकि अभी वो छवि बनाने का ही काम कर रहे हैं.’
विपक्ष और किसान आंदोलन से जुड़े लोग लगातार अजय मिश्रा की मंत्री पद से बर्खास्तगी की मांग करते रहे हैं लेकिन मोदी सरकार ने अभी तक मिश्रा को पद से नहीं हटाया है.
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लोकसभा और राज्य सभा में व्हिप जारी
लोकसभा में कांग्रेस के प्रमुख व्हिप के सुरेश ने भी एमओएस अजय मिश्रा की बर्खास्तगी की मांग की है.
कांग्रेस ने बुधवार को राज्य सभा में भी अपने सभी सांसदों को उपस्थित रहने के लिए कहा है.
तृणमूल कांग्रेस नेता सुष्मिता देव ने राज्य सभा में नियम 267 के तहत 11, 12 और 2 बजे की कार्यवाही स्थगित करने का प्रस्ताव दिया है ताकि लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत पर चर्चा की जा सके.
प्रस्ताव में देव ने कहा है कि लखीमपुर खीरी में प्रदर्शन कर रहे चार किसान और एक स्थानीय पत्रकार समेत आठ लोगों की मौत हुई है.
Suspension notice on behalf of @AITCofficial under Rule 267 in Rajya Sabha to discuss the tragic death of farmers & a journalist on 3rd Oct at #lakhimpurkheri
SIT says its pre mediated & is attempt to murder. @PMOIndia must act & sack @ajaymishrteni who’s son in implicated. pic.twitter.com/ZbWw00FHrY— Sushmita Dev সুস্মিতা দেব (@SushmitaDevAITC) December 15, 2021
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‘सोची-समझी साजिश’
लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच कर रहे उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अदालत से कहा है कि चार किसानों और एक पत्रकार की हत्या की घटना एक ‘सोची-समझी साजिश’ थी तथा उसने मामले में अधिक गंभीर आरोपों को शामिल किए जाने का अनुरोध किया.
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पुत्र आशीष मिश्रा समेत 13 अभियुक्तों पर तीन अक्टूबर को खीरी में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों पर जीप चढ़ाकर उन्हें कुचलने का आरोप है.
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