कन्याकुमारी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि यह ऐसी अहंकारी पार्टी है, जो स्थानीय संवेदनाओं को नहीं समझती. प्रधानमंत्री ने साथ ही यह भी दावा किया कि उनकी सरकार लोगों की सेवा करने के मामले में जाति या धर्म नहीं देखती है.
मोदी ने तमिलनाडु के कन्याकुमारी में चुनावी रैली के दौरान मछुआरों के हितों का संरक्षण करने का संकल्प जताते हुए कहा कि अब कोई भी तमिल मछुआरा श्रीलंका की हिरासत में नहीं है.
उन्होंने कन्याकुमारी लोकसभा सीट पर छह अप्रैल को होने वाले उप चुनाव में पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा उम्मीदवार पोन राधाकृष्णन को वोट देने की जनता से अपील की.
मोदी ने कहा, ‘ अलग से एक मंत्रालय मछुआरों के मुद्दे को देख रहा है. द्रमुक समर्थित संप्रग ने मछुआरों को उनके हाल पर छोड़ दिया था. मैंने मछुआरों को आश्वासन दिया कि उनकी सुरक्षा राजग की प्राथमिकता है.’
उन्होंने कहा, ‘हमने हाल ही में श्रीलंका की हिरासत से मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित की. इनमें 40 मछुआरे और तमिलनाडु की पांच नाव शामिल थीं. वर्तमान में कोई भी भारतीय मछुआरा श्रीलंका की हिरासत में नहीं है.’
प्रधानमंत्री ने कहा कि जहां उनकी पार्टी एवं सरकार विकास पर ध्यान केंद्रित करती है, वहीं, विपक्ष ने खुद को वंशवाद के घेरे तक सीमित कर लिया है.
उन्होंने कहा, ‘ वे सभी अपने बच्चों, पोते-पोतियों के लिए जगह सुनिश्चित करना चाहते हैं और उन्हें आपके बेटे-बेटियों की कोई फिक्र नहीं है.’
मोदी ने कहा कि द्रमुक में हालात ऐसे थे कि पार्टी के संरक्षक दिवंगत एम करुणानिधि के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करने वाले वरिष्ठ नेता पार्टी के ‘नए शहजादे’ (द्रमुक युवा शाखा के सचिव उदयनिधि स्टालिन) के चलते घुटन महसूस कर रहे हैं.
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उदयनिधि द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन के बेटे हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘ राजनीति इस तरह नहीं होती. आज देश का मिजाज स्पष्ट तौर पर भाई-भतीजावाद और अधिकारवाद की राजनीति के खिलाफ है.’
उन्होंने कहा कि विपक्ष लोगों को लोकतंत्र-विरोधी कहना पसंद करता है लेकिन उन्हें स्वयं आईना देखना चाहिए.
मोदी ने कहा कि मध्य दिल्ली में एक ‘वंश’ से संबंधित व्यक्ति के स्मारक के लिए ‘कीमती संपत्ति’ दी गई जबकि उनकी सरकार ने तमिलनाडु में पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम का स्मारक बनाया.
उन्होंने रैली के दौरान कहा कि कांग्रेस ने कई बार अनुच्छेद 356 लगाया है. द्रमुक और अन्नाद्रमुक, दोनों ही सरकारों को पूर्व में कांग्रेस द्वारा बर्खास्त किया गया है.
उन्होंने आरोप लगाया कि किसी भी गठबंधन में कांग्रेस का होना एक ऐसे अहंकारी सहयोगी की तरह है, जो स्थानीय संवेदनाओं को नहीं समझता है.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमारी विचारधारा सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास है और इस मंत्र के मूल में सभी के प्रति करुणा की भावना है.’
उन्होंने कहा, ‘हमारी सरकार लोगों की सेवा करने से पहले उनकी जाति, पंथ या धर्म नहीं देखती है. हमारी सरकार सभी के लिए है.’
वहीं, कृषि क्षेत्र को लेकर कई कार्य करने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हम किसानों की आय दोगुनी करने के रास्ते पर जा रहे हैं.’
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार किसानों की मांगों को लेकर संवेदनशील है, इसलिए कृषि क्षेत्र का आधुनिकीकरण किया जा रहा है.
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