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Friday, 22 November, 2024
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राज्य पेट्रोल को GST के दायरे में लाना नहीं चाहते, इसलिए नहीं कम हो रही हैं कीमतें : पुरी

पुरी बुधवार को भवानीपुर उपचुनाव के प्रचार के लिए कोलकाता में थे. इस चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, भाजपा की प्रियंका टिबरेवाल और माकपा के श्रीजीब बिस्वास के बीच मुकाबला है.

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कोलकाता: पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम नहीं हो रही हैं, क्योंकि राज्य ईंधन को जीएसटी के दायरे में नहीं लाना चाहते हैं.

पुरी बुधवार को भवानीपुर उपचुनाव के प्रचार के लिए कोलकाता में थे. इस चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, भाजपा की प्रियंका टिबरेवाल और माकपा के श्रीजीब बिस्वास के बीच मुकाबला है.

पुरी ने यहां पीटीआई-भाषा को एक साक्षात्कार में बताया कि पश्चिम बंगाल में पेट्रोल की कीमतें 100 रुपये के पार हो गई हैं क्योंकि टीएमसी सरकार भारी कर लगा रही है.

उन्होंने कहा, ‘अगर आपका सवाल है कि क्या आप चाहते हैं कि पेट्रोल की कीमतें कम हों, तो इसका जवाब हां है. अब, अगर आपका सवाल है कि पेट्रोल की कीमतें नीचे क्यों नहीं आ रही हैं, तो इसका जवाब है क्योंकि राज्य इसे जीएसटी के तहत लाना नहीं चाहते हैं.’

उन्होंने कहा, ‘केंद्र 32 रुपये प्रति लीटर (पेट्रोल पर कर के रूप में) लेता है. हमने 32 रुपये प्रति लीटर कर लिया, जब ईंधन की कीमत 19 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल थी, और हम अभी भी वही ले रहे हैं, जबकि कीमत बढ़कर 75 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल हो गई.’

पुरी ने कहा कि पेट्रोल पर लिए गए कर का उपयोग कल्याणकारी योजनाओं के लिए किया जाता है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ने जुलाई में कीमतों में 3.51 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की, जिसके चलते पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर से महंगा हो गया.

उन्होंने आगे कहा, ‘संयुक्त कराधान यहां (पश्चिम बंगाल) लगभग 40 प्रतिशत है. बयान देना बहुत आसान है. अगर आपने (टीएमसी सरकार) 3.51 रुपये की बढ़ोतरी नहीं की होती, तो यह अभी भी 100 रुपये प्रति लीटर से कम होती.’

 

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