नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी भारत के बंटवारे के दर्द को याद करने के लिए रविवार को विभाजन भयावह स्मृति दिवस मनाने के लिए देश भर में मौन मार्च का आयोजन करेगी. भाजपा राष्ट्रीय राजधानी के जंतर मंतर पर मौन मार्च निकालेगी, जिसमें आज शाम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी हिस्सा लेंगे. पार्टी ने 12 से 14 अगस्त तक विभिन्न कार्यालयों और अन्य स्थानों पर प्रदर्शनियों का आयोजन करने की योजना बनाई है.
देश भर में इस विचार के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए छह सदस्यीय समिति बनाई गई है, जिसमें राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन, नरेंद्र राणा, अनिर्बान गांगुली, प्रीति गांधी और शक्ति सिंह शामिल हैं.
एएनआई से बात करते हुए, गौतम ने कहा कि पार्टी उन लोगों के परिवारों से मिलेगी, जिन्होंने 1947 में विभाजन के दर्द को झेला था.
उन्होंने कहा, ‘जेपी नड्डा आज शाम जंतर-मंतर पर विभाजन विभिषिका दिवस पर मौन मार्च में हिस्सा लेंगे. पार्टी उन लोगों के परिवारों से भी मुलाकात करेगी, जिन्हें विभाजन के दर्द से गुजरना पड़ा.’
राष्ट्रीय महासचिव ने आगे बताया कि धर्म के आधार पर हुई विभाजन की भयावहता के बारे में नई पीढ़ी को बताने के लिए कदम उठाए जाएंगे.’
भाजपा ने अपनी राष्ट्रीय और राज्य इकाइयों को मार्च निकालने की जिम्मेदारी दी है. कार्यकर्ताओं को परिवार के सदस्यों से मिलना है और सोशल मीडिया पर अपनी यादें भी साझा करनी हैं. विभाजन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की जाएंगी ताकि प्रक्रिया में नई पीढ़ी को बताएं कि धर्म के आधार पर देश के बंटवारे के बाद लोगों को कितना दर्द सहना पड़ा.
इस बीच, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को भारत और पाकिस्तान के विभाजन के दौरान अपनी जान गंवाने वाले सभी लोगों को श्रद्धांजलि दी.
पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘आज, #PartitionHorrorsRemembranceDay पर, मैं उन सभी को श्रद्धांजलि देता हूं, जिन्होंने विभाजन के दौरान अपनी जान गंवाई, और हमारे इतिहास के उस दुखद दौर में पीड़ित सभी लोगों के लचीलेपन और धैर्य की सराहना की.’
पीएम मोदी ने पिछले साल घोषणा की थी कि 1947 में विभाजन के दौरान भारतीयों के कष्टों और बलिदानों की याद दिलाने के लिए 14 अगस्त को ‘विभाजन भयावह स्मरण दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा.
पीएम मोदी ने कहा था, ‘विभाजन के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता. हमारी लाखों बहनें और भाई विस्थापित हुए और कई लोगों ने नासमझी और हिंसा के कारण अपनी जान गंवाई. हमारे लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में, 14 अगस्त को विभाजन भयावह स्मरण दिवस के रूप में मनाया जाएगा.’
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