राव नरबीर सिंह, कैबिनेट मंत्री
गुरुग्राम के बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक राव नरबीर सिंह खट्टर सरकार के कैबिनेट मंत्री हैं. साथ ही भाजपा हरियाणा के सबसे बड़े यादव नेता भी. मनोहर लाल खट्टर के नज़दीकी हैं. उनके नाम सबसे कम उम्र में मंत्री बनने का रिकॉर्ड भी दर्ज है. सरपंची से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाले नरबीर हरियाणा की सभी प्रमुख पार्टियों से जुड़े रहे हैं फिर चाहे वो बिश्नोई की पार्टी हो या बंसीलाल की.
अरविंद यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष
अरविंद यादव 1980 से भाजपा से जुड़े थे. 2001 से पहले रोहतक में थे लेकिन जातीय समीकरणों को देखकर इन्हें रेवाड़ी का कार्यभार दे दिया गया. मनोहरलाल खट्टर से 1994 से जुड़े हुए हैं. 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान रोहतक सीट की जिम्मेदारी अरविंद यादव को दी गई थी. गौरतलब है कि रोहतक सीट लोकसभा चुनाव में हॉट सीट बन गई थी. अरविंद यादव के नेतृत्व में भाजपा जाटों का गढ़ कहे जाने वाले रोहतक में जीत पाई. फिलहाल गुरुग्राम और फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्रों का नेतृत्व कर रहे हैं.
जवाहर यादव, पब्लिसिटी
टीम खट्टर के अहम सदस्य माने जाने वाले जवाहर यादव फिलहाल मनोहर लाल खट्टर की पब्लिसिटी का जिम्मा संभाले हुए हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय से पढ़ चुके जवाहर यादव 1987 में मौजूदा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के संपर्क में आए. 2007 में वो भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष बने. 2009 में मनोहर लाल खट्टर के संपर्क में आए. 2014 में भाजपा सरकार बनने के बाद सीएम ऑफिस में ओएसडी (स्पेशल ऑफिसर ऑन ड्यूटी) बने. आगे चलकर 2016 में हरियाणा हाउसिंग बोर्ड के चैयरमेन रहे. फरवरी 2019 से मनोहर लाल खट्टर की पब्लिसिटी का काम देख रहे हैं.
अरुण यादव, भाजपा आईटी सेल हेड
हरियाणा भाजपा आईटी सेल के हेड 31 वर्षीय अरुण यादव 2013 में आरएसएस से जुड़े हुए हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय से एमबीए करने वाले अरुण भाजपा पार्टी से जुड़ने वाले अपने परिवार के पहले व्यक्ति हैं. 2018 में अरुण यादव को भाजपा आईटी सेल का हेड बनाया गया. 700 आईटी सेल कार्यकर्ताओं की टीम लीड करने वाले अरुण भाजपा के सभी आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल देख रहे हैं.
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मनीष यादव, भारतीय जनता यूथ मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष
36 वर्षीय मनीष यादव भारतीय जनता यूथ मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष हैं. मनीष के पिता जनसंघ के समय से ही आरएसएस से जुड़े हुए थे. अमेरिका से फाइनेंस में मास्टर्स कर चुके मनीष को विधानसभा चुनाव तक 9 लाख युवाओं को भाजपा से जोड़ने का जिम्मा दिया गया है. साथ ही फर्स्ट टाइम वोटर्स तक खट्टर सरकार की योजनाओं की जानकारी पहुंचाने की जिम्मेदारी भी मनीष की ही है. मनीष ने ‘नमो अगेन’ की तर्ज पर चले ‘मनो अगेन’ कैंपेन का भी नेतृत्व किया है.