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Saturday, 22 June, 2024
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‘केजरीवाल BJP की B टीम हैं’- मुस्लिम नेताओं ने नोटों पर ‘ध्रुवीकरण की राजनीति’ के लिए दिल्ली CM पर साधा निशाना

बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए, दिल्ली के सीएम ने भारत की अर्थव्यवस्था को विकास की पटरी पर लाने के लिए नोटों पर लक्ष्मी-गणेश की तस्वीरों को शामिल करने का आह्वान किया था.

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नई दिल्ली: देश में आर्थिक सुधार के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के फॉर्मूले – नोटों पर देवी-देवताओं की तस्वीरों को लगाने की अपील- ने विवाद खड़ा कर दिया है, मुस्लिम नेताओं ने उन पर राजनीतिक फायदा हासिल करने के लिए ध्रुवीकरण कार्ड खेलने का आरोप लगाया है.

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य कमल फारूकी ने कहा, ‘इस (बयान) का देवताओं से प्रेम का कोई लेना-देना नहीं है. यह लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने की एक कोशश है और वह खुद प्रधानमंत्री के अलावा किसी और से नहीं सीख रहे हैं.’

फारूकी पेशे से अधिवक्ता हैं, हालांकि उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि यह उनके निजी विचार हैं.

उन्होंने कहा, ‘बीजेपी ने लोगों को सिखाया है कि ध्रुवीकरण से भरपूर राजनीतिक लाभ मिल सकता है और अगर केजरीवाल अब स्कूलों के बारे में बात करने के बजाय इस लाइन को लेने जा रहे हैं ( शिक्षा मानकों में सुधार पर आप पार्टी के फोकस समेत अन्य पहलूओं के संदर्भ में ), जैसे वह करते थे, वो सिर्फ साबित कर रहे हैं जिस पर लोगों को हमेशा संदेह रहा है – कि वह बीजेपी की बी टीम हैं. वो नहीं देख रहे हैं कि लोग इन हरकतों से बीमार हैं.’

फारूकी के विचारों से सहमति जताते हुए, दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम अहमद बुखारी ने केजरीवाल के बयान को ‘बकवास’ करार दिया है.

बुखारी ने कहा, ‘मुझे वास्तव में प्रतिक्रिया देकर इन बयानों का सम्मान नहीं करना चाहिए. (केजरीवाल) उन चीजों के बारे में बात नहीं करते हैं जिन पर बात करने की जरूरत है, जिन मुद्दों को उठाने की जरूरत है.वो हिंदुओं और मुसलमानों के बीच नफरत और कलह पैदा करने की कोशिश करते हैं.’

बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए, दिल्ली के सीएम ने भारत की अर्थव्यवस्था को विकास की पटरी पर लाने के लिए नोटों पर लक्ष्मी-गणेश की तस्वीरों को शामिल करने का आह्वान किया था.

केजरीवाल ने कहा, ‘हम सब देख सकते हैं कि अर्थव्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है. हम सभी चाहते हैं कि भारत एक विकसित देश बने और इसके लिए काफी काम करने की जरूरत है. लेकिन सभी प्रयास तभी सफल होंगे जब हम पर देवी-देवताओं की कृपा होगी.’

उन्होंने आगे कहा, ‘आज मैं केंद्र सरकार से अपील करता हूं कि हमारी करेंसी में एक तरफ गांधी जी की तस्वीर है, इसे वैसे ही रखा जाना चाहिए, लेकिन दूसरी तरफ लक्ष्मी जी और गणेश जी की तस्वीरें शामिल होनी चाहिए.’ उन्होंने दावा किया कि यह विचार उन्हें घर पर दिवाली पूजा के दौरान आया था.


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‘जब पॉलिसी सही होंगी तब डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत होगा’

केजरीवाल के बयान ने कई अन्य मुस्लिम नेताओं को आप के राष्ट्रीय संयोजक पर बीजेपी के ध्रुवीकरण की राजनीति के रास्ते पर चलने का आरोप लगाने के लिए प्रेरित किया है.

एक मुस्लिम संगठन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, ‘आप द्वारा अपनी राजनीतिक स्थिति बदलने और अधिक दक्षिणपंथी दृष्टिकोण अपनाने की एक साफ कोशिश है. यह दिल्ली और गुजरात में चुनावों से कुछ हफ्ते पहले देखने को मिल रहा है. जाहिर है, बीजेपी गुजरात में आप की बढ़त को लेकर चिंतित है.’

वह पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बीजेपी नेताओं की कई बैठकों का जिक्र कर रहे थे, जहां उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया सहित गुजरात में आप की बढ़ती पकड़ के बारे में चिंता जाहिर की है.

इस बीच, इस्लामिक विद्वान और राष्ट्रीय उलेमा संसद के महासचिव और ग्राम छात्र संसद के अध्यक्ष डॉ मौलाना कल्बे रुशैद ने दिप्रिंट को बताया कि केजरीवाल का बयान एक धार्मिक व्यक्ति के लिए फिट बैठता है, लेकिन अरविंद केजरीवाल जैसी शख्सियत के लिए नहीं, जो भारतीय राजस्व सेवा में एक अधिकारी रहे हैं.

रुशैद ने कहा, ‘धर्म एक अच्छी चीज है और यह हमें कई काम करने की ताकत देता है, लेकिन जैसे इस्लाम में हम कहते हैं कि ख़ुदा ठीक कर देंगे लेकिन आपको दवाएं लेने की जरूरत है, डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत होगा जब नीतियां उसके लिए सही होंगी, न कि जब भगवान नोटों पर दिखाई देंगे.’

उन्होंने आगे कहा, ‘राजनीति में ध्रुवीकरण एक गंदा शब्द नहीं है. जो पार्टियां ऐसा नहीं कर सकतीं वे दूसरों पर ऐसा करने का आरोप लगाती हैं. कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी हिंदुओं का ध्रुवीकरण करती है, बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस मुसलमानों का ध्रुवीकरण करती है. लेकिन सवाल यह है कि अगर हम केजरीवाल के फॉर्मूले को लागू करें तो क्या पाकिस्तानी रुपए पर एक धार्मिक शिलालेख शामिल करने से वो एक दिन में भारतीय करेंसी के बराबर हो जाएगा? या ब्रिटिश पाउंड ठीक हो जाएगा अगर उस पर एक क्रॉस लगा दिया जाए?’

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें) 


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