नई दिल्ली: कॉन्ट्रैक्टर के सुसाइड मामले में शुक्रवार को कर्नाटक के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री के.एस. ईश्वरप्पा ने अपने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को अपना त्यागपत्र सौंपा.
गौरतलब है कि विवादों में फंसे ईश्वरप्पा ने गुरुवार को घोषणा की थी कि वो शुक्रवार को अपना इस्तीफा दे देंगे.
ईश्वरप्पा ने त्यागपत्र देने से पहले तुमकुरु में श्री सिद्धगंगा मठ का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने अपने समर्थकों से कहा कि वो साजिश के तहत उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों से बेगुनाह साबित होकर वो दोबारा मंत्री बनेंगे.
इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के आवास पर मुलाकात कर उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा.
बता दें कि शुक्रवार को बोम्मई ने यह भी कहा था कि ईश्वरप्पा के इस्तीफे को सरकार के लिए ‘झटका’ नहीं माना जा सकता है.
उन्होंने कहा था कि जांच के बाद सच सामने आएगा. बोम्मई ने ईश्वरप्पा की गिरफ्तारी की मांग कर रहे विपक्षी दल कांग्रेस से कहा कि वह खुद ही जांचकर्ता, अभियोजक और न्यायाधीश ना बनें.
गौरतलब है कि ईश्वरप्पा के खिलाफ ईश्वरप्पा संतोष के पाटिल की संदिग्ध आत्महत्या के सिलसिले में बुधवार को मामला दर्ज किया गया था. पाटिल उडुपी के एक होटल में मंगलवार को मृत मिले थे.
कॉन्ट्रैक्टर ने ईश्वरप्पा और उनके करीबियों पर 2021 में बेलगावी के हिंदलगा गांव में एक उत्सव से पूर्व निर्माण कार्य पूरा करने के बाद इसके बिल को मंजूर कर राशि जारी करने के लिए 40 फीसदी कमीशन मांगने का आरोप लगाया था.
ईश्वरप्पा के खिलाफ पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मामला दर्ज किया है.
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