शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन शुक्रवार को अपने अभिभाषण के बाद सदन से लौट रहे राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के साथ कांग्रेस के कुछ विधायकों ने कथित तौर पर हाथापाई की. इसके बाद, विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने कांग्रेस के पांच विधायकों को निलंबित कर दिया गया.
ससंदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने बताया कि सत्र के बाद जब राज्यपाल अपने वाहन के पास जा रहे थे, तब सदन में विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री, कांग्रेस विधायक हर्ष वर्धन चौहान, सुंदर सिंह ठाकुर, सत्यपाल रायजादा और विनय कुमार ने उनके साथ हाथापाई की.
इसके बाद सुरेश भारद्वाज ने कांग्रेस के पांच विधायकों के निलंबन का प्रस्ताव सदन में पेश किया जिस पर उन्हें निलंबित कर दिया गया.
इससे पहले, विधानसभा सत्र शुरू होते ही पूर्वाह्न 11 बजे सदन में विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री की अगुवाई में कांग्रेस के सदस्य अपनी सीट से खड़े हो गए और नोरबाजी करने लगे.
हंगामे के बीच, राज्यपाल ने अपने अभिभाषण की केवल आखिरी पंक्ति पढ़ी और कहा कि बाकी का भाषण पढ़ा हुआ माना जाए. कांग्रेस सदस्यों ने आरोप लगाया कि अभिभाषण ‘‘झूठ से भरा था.’’
उन्होंने कहा कि रसोई गैस, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी जैसे मुद्दों को अभिभाषण में शामिल नहीं किया गया.
इसके बाद सोमवार को सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कांग्रेस के इस व्यवहार की निंदा की और कहा कि इसकी कोई आवश्यकता नहीं थी.
बजट सत्र 20 मार्च को सम्पन्न होगा.
विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने बृहस्पतिवार को कहा था कि मुख्यमंत्री छह मार्च को 2021-22 का बजट विधानसभा में पेश करेंगे.
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