लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में हुई हिंसा में शहीद हुए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के परिजनों से गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुलाकात की. इस मौके पर दिवंगत अधिकारी की पत्नी सुनीता और दोनों बेटे श्रेय और अभिषेक मौजूद रहे. श्रेय एमबीए और अभिषेक इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुबोध सिंह के परिजनों से संवेदना जताते हुए हर संभव मदद करने के साथ ही न्याय का भरोसा दिलाया.
आज लखनऊ स्थित सरकारी आवास पर बुलंदशहर के शहीद पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध सिंह जी के परिजनों से मुलाक़ात कर संवेदना व्यक्त की। pic.twitter.com/F5prM7TOA1
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) December 6, 2018
मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को सभी प्रकार की सहायता मुहैया कराने का आश्वासन दिया और इसके साथ ही कहा कि उनकी सरकार न केवल शिक्षा ऋण की जिम्मेदारी उठाएगी बल्कि परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी देगी.
परिजनों ने भी मीडिया से बातचीत में कहा कि हमें सरकार पर पूरा भरोसा है. मुख्यमंत्री ने हमें मदद का भरोसा दिलाया है.
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पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने जनता हॉल में प्रेस कॉफ्रेंस में कहा, ‘मुख्यमंत्री ने परिवार को जांच के बाद कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है. शहीद के परिवार के साथ सरकार हर घड़ी खड़ी रहेगी. दोनों बच्चों की शिक्षा के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह अब सरकार की जिम्मेदारी है.’
सिंह ने कहा, ‘मुख्यमंत्री दुख की इस घड़ी पीड़ित परिवार के साथ हैं और हमेशा उनके साथ बने रहेंगे.’ सुबोध सिंह के बड़े बेटे श्रेय ने कहा कि सरकार ने न्याय का भरोसा दिया है.
बुलंदशहर में सोमवार को गोकशी के शक में हिंसा भड़क उठी थी. इस हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह शहीद हो गए थे और एक नौजवान सुमित चौधरी की मौत हो गई थी.
मुख्य आरोपी और कथित रूप से बजरंग दल का नेता योगेश राज अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. पुलिस ने गोकशी के संबंध में दो एफआईआर में से एक एफआईआर के आधार पर योगेश राज द्वारा नामित चार अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है.
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पुष्ट सूत्रों ने कहा, ‘लेकिन दूसरे एफआईआर में नामित विहिप, बजरंग दल और भाजपा के सदस्यों की गिरफ्तारी के संबंध में ‘कार्रवाई के स्तर पर कोई स्पष्टता’ नहीं है.’
आम आदमी पार्टी (आप) के प्रदेश प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने कहा, ‘यह अब बिना किसी संदेह के प्रमाणित हो चुका है कि पुलिस जानबूझकर बजरंग दल के नेता के विरुद्ध कार्रवाई नहीं कर रही है क्योंकि उनके भाजपा के साथ संबंध हैं.’
योगेश ने बुधवार को एक वीडियो जारी कर अपने आप को निर्दोष बताया था. वीडियो में उसने दावा किया था कि पुलिस उसे ऐसे पेश कर रही है जैसे उसका आपराधिक रिकॉर्ड हो, लेकिन घटना के समय वह वहां पर मौजूद नहीं था. हालांकि, पुलिस का कहना है कि योगेश मामले में नामजद अभियुक्त है और जांच जारी है.
(समाचार एजेंसी आईएएनएस से इनपुट के साथ)