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Saturday, 11 May, 2024
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नशे में धुत थे CM भगवंत मान, जर्मनी में फ्लाइट से उतारे गए, बादल बोले- शर्मिंदा हुए दुनिया में पंजाबी

सीएम मान जर्मनी से लौट रहे थे जहां उन्हें आखिरी वक्त पर फ्लाइट छोड़नी पड़ी. कई रिपोर्ट्स का दावा है कि पंजाब के सीएम बहुत नशे में थे जिसके कारण उन्हें फ्रैंकफर्ट में विमान से उतर दिया गया. आप ने आरोपों से इनकार किया है.

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नई दिल्ली: सोमवार को शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब के सीएम मान को नशे में होने के कारण एक विमान से उतार दिया गया. बादल ने मान से इस मुद्दे पर सफाई देने को कहा है.

बादल द्वारा साझा की गई रिपोर्ट के अनुसार भगवंत मान के कारण उड़ान में चार घंटे की देरी हुई.

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान जर्मनी से लौट रहे थे जहां उन्हें आखिरी वक्त पर फ्लाइट छोड़नी पड़ी. कई रिपोर्ट्स का दावा है कि पंजाब के सीएम बहुत नशे में थे जिसके कारण उन्हें फ्रैंकफर्ट में विमान से उतार दिया गया.

रिपोर्ट में कहा गया है कि मान 11 से 18 सितंबर तक जर्मनी के दौरे पर थे. उनकी वापसी की उड़ान 18 सितंबर को थी.

रिपोर्ट में दावा किया गया कि उन्होंने खराब स्वास्थ्य के कारण उड़ान नहीं भरी. रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि मान और उनके अधिकारियों की टीम निर्धारित समय के अनुसार बुक की गई फ्लाइट में सवार नहीं हुए.

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इसके बाद से विपक्षी पार्टियां लगातार आम आदमी पार्टी और मान पर हमलावर हैं और इसे देश के लिए शर्मनाक घटना बताया है.

शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने ट्वीट किया, ‘ मीडिया की रिपोर्टों जिसमें सह-यात्रियों को कोट कर कहा गया है कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को लुफ्थांसा की फ्लाइट से उतार दिया गया क्योंकि वह इतने नशे में थे कि वह बिना सहारे के चल भी नहीं पा रहे थे. इससे 4 घंटे की उड़ान में देरी हुई. वह आप के राष्ट्रीय सम्मेलन से चूक गए. इन रिपोर्टों ने शर्मिंदा किया है और पूरी दुनिया में पंजाबियों को शर्मसार किया.’

बादल ने इस मुद्दे पर मान की चुप्पी पर पंजाब सरकार की आलोचना की और घटना पर स्पष्टीकरण मांगा है. उन्होंने पार्टी प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित आप नेताओं से भी इस मुद्दे पर सफाई देने को कहा है.

उन्होंने आगे लिखा, ‘हैरानी की बात यह है कि पंजाब सरकार अपने सीएम भगवंत मान से जुड़ी इन खबरों पर खामोश है, अरविंद केजरीवाल को इस मुद्दे पर सफाई देनी चाहिए. भारत सरकार को कदम उठाना चाहिए क्योंकि इसमें पंजाबी और राष्ट्रीय गौरव शामिल है. अगर उन्हें विमान से उतारा गया था, तो भारत सरकार को अपने जर्मन समकक्ष के साथ इस मुद्दे को उठाना चाहिए.’

वहीं, कांग्रेस ने भी इस मामले को लेकर मान पर निशाना साधा है. दिल्ली कांग्रेस ने इसे बड़ी शर्मिंदगी करार दिया है.

उधर, मुख्यमंत्री कार्यलय का कहना है कि सीएम मान की तबियत बिगड़ जाने के कारण उनकी वापसी में देरी हुई है.

आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता मलविंदर सिंह कांग ने कहा है कि मुख्यमंत्री 19 सितंबर को निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार लौटे हैं. उन्होंने लुफ्थांसा एयरलाइंस के साथ जांच कराने की बात करते हुए कहा कि सीएम मान अपनी इस विदेश यात्रा से प्रभावी रूप से कुछ निवेश हासिल कर रहे हैं जिसकी वजह से विपक्ष बौखला गया है.


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‘आबकारी नीति की जांच हो’

इससे पहले 31 अगस्त को शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल समेत एक प्रतिनिधिमंडल ने पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को ज्ञापन सौंप कर राज्य की आबकारी नीति की सीबीआई जांच की मांग की.

प्रतिनिधिमंडल ने नीति में घोटाले का आरोप लगाया.

बादल ने कहा, ‘पंजाब की आबकारी नीति में जैसे दिल्ली में हुआ था, वैसे ही घोटाला हुआ है. जैसे दिल्ली एलजी ने आबकारी नीति मामले की जांच का आदेश दिया है, हम पंजाब में भी उसी तरह सीबीआई जांच की मांग करते हैं.’

उन्होंने कहा, ‘पहली बार, एल्बम लाइसेंस में लाभ 5 से बढ़ाकर 10 किया गया है. इसलिए, हमने सीबीआई जांच की मांग की है.’


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