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Friday, 17 May, 2024
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कांग्रेस पार्टी ने अधीर रंजन चौधरी को बनाया लोकसभा में अपना नेता

अधीर रंजन चौधरी ने कहा, 'हम अपने मुद्दों को प्राथमिकता के साथ उठाएंगे. सांसदों की संख्या कोई मायने नहीं रखती. मैं पार्टी द्वारा मुझे दी गई अपनी जिम्मेदारी को पूरा करूंगा.'

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नई दिल्ली: वरिष्ठ कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी मंगलवार को संप्रग अध्यक्ष और कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी द्वारा लोकसभा में कांग्रेस के नेता के रूप में नामित किए गए. कांग्रेस के शीर्ष सूत्रों के अनुसार, पश्चिम बंगाल के बहरामपुर के सांसद चौधरी को निचले सदन में पार्टी के नेता के रूप में नामित करने वाला पत्र लोकसभा सचिवालय को भेजा गया है.

चौधरी ने खुद लोकसभा में कांग्रेस के नेता के रूप में अपने नामांकन की पुष्टि की और कहा कि वह अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करेंगे.

चौधरी ने कहा, ‘हम अपने मुद्दों को प्राथमिकता के साथ उठाएंगे. सांसदों की संख्या कोई मायने नहीं रखती. मैं पार्टी द्वारा मुझे दी गई अपनी जिम्मेदारी को पूरा करूंगा.’

पश्चिम बंगाल के दो कांग्रेस सांसदों में से एक और राज्य के पूर्व पार्टी प्रमुख ने कहा कि राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के साथ संबंध राज्य स्तर पर प्रतिस्पर्धात्मक हैं और जब यह राष्ट्रीय स्तर पर आता है तो स्थिति बदल जाती है. उन्होंने कहा कि इसे देखते हुए रणनीति बनाई जाएगी.

बुधवार को सभी राजनीतिक दलों के अध्यक्षों की बैठक के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इसका फैसला पार्टी करेगी.

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कांग्रेस ने मुख्य सचेतक का नाम अभी तक तय नहीं किया गया है.

सोनिया गांधी को एक जून को कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष के रूप में चुना गया था. बैठक में, पार्टी के नेताओं ने उन्हें लोकसभा में पार्टी के नेता और मुख्य सचेतक का नाम देने का अधिकार दिया था.

इस बार भी कांग्रेस फिर से निचले सदन में विपक्ष के नेता के पद को नहीं पा सकेगी क्योंकि इसके लिए उनके पास दो सीटें कम है.

542 में से 52 सीटें कांग्रेस ने जीतीं. नियमों के अनुसार, विपक्ष के नेता के पद पर दावा करने के लिए कांग्रेस को कुल सीटों का दसवां हिस्सा यानी 54 सीटें चाहिए थीं.

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