नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 30 सीटों और असम की 47 सीटों के लिए मतदान जारी है. मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, कई मंत्रियों, विपक्ष के शीर्ष नेताओं की किस्मत का इस चरण में फैसला होगा.
बंगाल में इन 30 सीटों पर 73 लाख से अधिक मतदाता 191 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे. इनमें से अधिकतम सीटें नक्सल प्रभावित जंगल महल क्षेत्र में हैं.
पुरुलिया में सभी नौ सीटों, बांकुड़ा में चार, झारग्राम में चार, पश्चिमी मेदिनीपुर में छह सीटों और पूर्व मेदिनीपुर में सात सीटों पर कोविड-19 संबंधी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए मतदान कराया जा रहा है. पूर्व मेदिनीपुर भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी का गृहनगर है.
अधिकारियों ने बताया कि मतदान शाम छह बजे तक चलेगा और कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान कराया जा रहा है. निर्वाचन आयोग ने 7,061 परिसरों में बनाए 10,288 मतदान केंद्रों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय बलों की करीब 730 टुकड़ियों को तैनात किया है.
उन्होंने बताया कि केंद्रीय बलों की प्रत्येक टुकड़ी में 100 सुरक्षाकर्मी हैं.
मतदान शुरू होने से पहले ही कई मतदान केंद्रों के बाहर लंबी कतारें देखी गई. लोग गर्मी और बाद में हिंसा की किसी आशंका से बचने के लिए सुबह-सुबह ही मतदान के लिए उमड़ पड़े.
असम चुनाव के पहले चरण में सुरक्षाबलों की कुल 300 कंपनियों को तैनात किया गया है, जिसमें लोग ऊपरी असम के 12 जिलों और ब्रह्मपुत्र के उत्तरी तटीय जिलों में 11,537 मतदान केंद्रों पर मतदान कर रहे हैं.
इन 47 सीटों में से अधिकांश पर सत्तारूढ़ भाजपा-अगप गठबंधन, कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी महागठबंधन और नवगठित असम जातीय परिषद (एजेपी) के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है.
कुल 81,09,815 मतदाता पहले चरण में अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे. इनमें 40,77,210 पुरुष और 40,32,481 महिलाएं हैं, जबकि 124 थर्ड जेंडर मतदाता हैं, इसके अलावा नौ विदेशी मतदाता हैं.
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बंगाल और असम की जनता से पहले चरण के लिए वोटिंग करने की अपील की.
नड्डा ने कहा, ‘बंगाल विधानसभा चुनावों में आज पहले दौर की वोटिंग है. आपका वोट आपके और आपके राज्य के भविष्य की इबारत लिखेगा. सभी मतदाताओं से मेरा आग्रह है कि वे कोविड संबंधी सावधानियों को बरतते हुए, लोकतंत्र के इस पर्व में अपनी हिस्सेदारी सुनिश्चित करें.’
(भाषा के इनपुट्स के साथ)
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