scorecardresearch
Friday, 29 March, 2024
होममत-विमतएक अम्बानी शादी के लिए, सिंड्रेला को भी कितनी परी माताओं का चाहिए होगा साथ?

एक अम्बानी शादी के लिए, सिंड्रेला को भी कितनी परी माताओं का चाहिए होगा साथ?

Text Size:

आकाश अंबानी और श्लोका मेहता अभी तक विवाह के बन्धन में नहीं बंधें है। लेकिन उनकी सगाई पार्टी ने हमें पहले ही बहुत रोमांचित कर दिया है।

आकांक्षापूर्ण भारत, कृपया ध्यान दें।

हम में से अधिकांश को अभी तक इसके बारे में नहीं पता है, लेकिन भव्य भारतीय शादियां अब पूरी तरह से चलन से बाहर हो गई हैं और इसकी जगह भव्य भारतीय सगाई ने ले ली है।

और हम इसके लिए अंबानी को धन्यवाद देते हैं। जहां भारत के सबसे अमीर आदमी इसकी अगुआई करते हैं तो हममें से बाकी को मजबूरी में इसका पालन करना पड़ता है।

आकाश अंबानी और श्लोका मेहता अभी तक विवाह के बन्धन में नहीं बंधें है। लेकिन उनकी सगाई पार्टी ने पहले ही हमें रोमांचित दिया है। इसको मीडिया में उतनी ही अहमियत दी गई है जितनी शाही विवाह को दी गयी थी। लेकिन देखा जाए तो शाही विवाह इसकी तुलना में लगभग पारंपरिक और देखने में पुराने ढंग का लगता है।

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

क्या शाहरुख खान ने इसमें परफॉरमेंस दी थी? क्या वहां बॉलीवुड स्टार से भरी हुई भीड़ की चमक थी? क्या उनकी सगाई वीशिष्ट प्री-सगाई की धूम के साथ हुई थी? क्या शाही निमंत्रण पत्र अंबानी की सगाई पार्टी की वीडियो आमंत्रण की तरह वायरल हो गया था? क्या निक जोनास को अपने “प्लस वन” के साथ निर्वासित कर दिया गया था? क्या तैरते हुए गुब्बारे से खाना गिराया गया था, जैसे कि भारत के सबसे शानदार लोग अचानक एक रेगिस्तान द्वीप पर फंसे हुए हों और उनके पास अबू जानी-संदीप खोसला के लेहेंगे के सिवा खाने को कुछ भी नहीं हो ?

प्रिंस हैरी बहुत लकी थे कि उन्होंने अपनी शादी इस सगाई से पहले कर ली जो कि एंटीलिया में हुई थी। वर्ना यह बिल्कुल स्पष्ट हो जाता कि ब्रटिश अंपायर में सूरज ढल चुका है और मुंबई में उसका उदय हुआ है।

कैलिफोर्निया की करेन ट्रैन ने फूल बनाए थे। विशेष फ्रांसीसी पेटीसरी से लाडुरी ने मैक्रोन पिरामिड केक बनाया था। मुंबई के फूडलिंक बैंक्वेट्स और कैटरिंग ने मेनू तैयार किया था। (मैं ये लक्जरी नाम ऐसे ले रही हूं जैसे कि इनका मेरे लिए भी कुछ मतलब हो।) और यह निश्चित रूप से महसूस हुआ जैसे अबू जानी-संदीप खोसला को हैशटैग का प्रभारी रखा गया था – #great #colourful #amazing #stunning #beautiful #beauty #pretty #spring #colours #gorgeous #abusandeep #abujani #gorgeous #stunning #glamourous #colours #white #shimmer #beauty #lehenga #ghagra #indianwear #AjskBride #AjskBridal #original #trendsetters #always #godblessyouall।

यह सिर्फ सगाई थी और अभी से इसकी व्याख्या करने के लिए हमारे पास शब्द नहीं है। पार्टी को “सितारों से सजी हुई”, “अद्भुत”, “भव्य”, “हे भगवान”, “वाह”, “शानदार”, “चकाचौंध”  इन शब्दों में वर्णित किया गया था। जैसा कि मैंने शब्दों की धुआंधार बौछार को पढ़ा तब मैंने सोंचा कि हमें वास्तविक #akashshlokawedding के लिए कुछ विशेषणों को बचा कर रखने की जरूरत है।

शाम के समय स्टार किड्स की भीड़ जमा थी जो की अगले दिन अख़बारों के सोशल पेज पर छाए हुए थे, उनके कपड़ों का विश्लेषण ऑस्कर के लिए उपस्थित लोगों के रेड कार्पेट गाउन के समान किया गया था। आर्यन खान गहरे नीले रंग के एक आर्डर देकर बनवाए हुए सूट में थे। सारा अली खान “जोशीले मेकअप” के साथ एजेएसके द्वारा बनाए गए क्रीम-और-नारंगी रंग के लहेगे में थीं। सारा तेंदुलकर ने चमकीले क्लच के साथ मनीष मल्होत्रा का लहंगा पहना था। हमें बताया गया था कि नव्या नेवेली, मांग टीके और कजरारी आंखों के साथ अपनी मैडो ग्रीन ड्रेस में जल परी की तरह लग रही थीं।

उन्होंने जो भी पहना था, सभी अखबार और वेबसाइट्स उनके बारे में विवरणों से भरे पड़े थे भले ही ये वे लोग थे जिन्होंने अभी तक अपने जीवन में कुछ भी नहीं किया है। वे केवल अमीर और मशहूर लोगों के बच्चे हैं, लेकिन वे पहले से ही सेलिब्रिटी हैं, जो संतुलित होकर कैमरे के सामने पोज दे रहे थे। यहाँ पर गंभीर विचार यह है कि इन स्टार किड्स के लिए इस तरह की सगाई पार्टी एक तरह से सामान्य बात है जो उनके माता-पिता के लिए कभी सामान्य नहीं थी। यह उनका हक है।

हम सभी के लिए यह एक दृश्य है जो हमें दिखाता है कि इस देश में अमीर और शक्तिशाली होने का क्या मतलब है। शक्ति और धन को नियंत्रित नहीं किया जाना चाहिए। यह बोर्डरूम के लिए उतना ही है जितना कि यह सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए है। इसके बारे में बहुत जोर शोर से बताया जाता है।

यह सिर्फ सोसाइटी पेजों के लिए नहीं है। यह समाचार है और समाचार के रूप में कवर किया जाता है। आज के युग में धनी होना और उसका दिखावा करना बड़ी बात नहीं है, पहले की तुलना से जब लोग उसके बारे में दिखाना पसंद नही करते थे। और हम जनता, यहाँ इसको लालच भरी आँखों से देखने के लिए हैं और इस शादी में जाने के लिए उत्सुक हैं। सगाई ने इस चीज को और हवा दी है और शादी में जाने की हमारी भूख को बढ़ा दिया है।

हम उन लोगों से ईर्ष्या करते हैं जिनके पास एक रात की पार्टी के लिए तेजी से उड़ाने के लिए पैसा है, हम उन लोगों से ईर्ष्या करते हैं जिन्हें उन पार्टियों में आमंत्रित किया जाता है और हम सपना देखते हैं कि अगर हमें किसी दिन ऐसी पार्टी में आमंत्रित किया जाता है तो हम क्या पहनेंगे।

एक तरह से, यह सगाई पार्टी हमारे लिए हुई थी। पूरी मीडिया कवरेज ने एक निजी पार्टी को पब्लिक पार्टी बनाने में मदद की और हमें अपनी जगह दिखा दी। हमें देखने की अनुमति थी लेकिन छूने की नहीं। हम इसकी निंदा नहीं कर सकते हैं क्योंकि हमें भी इसमें जाने की इच्छा है।

हम  उन लोगों से ईर्ष्या करते हैं जिनके पास एक रात की पार्टी के लिए तेजी से उड़ाने के लिए पैसा है, और हम उन लोगों से भी ईर्ष्या करते हैं जिन्हें उन पार्टियों में आमंत्रित किया जाता है साथ ही  हम सपना देखते हैं कि अगर हमें किसी दिन ऐसी पार्टी में आमंत्रित किया जाता है तो हम क्या पहनेंगे। और यह न भूलें, सिंड्रेला की शादी में एक फंक्शन ही हुआ था, इस शादी में पहले से ही मेहंदी, संगीत और सगाई हो चुकी है, और अभी तो पार्टी बस शुरू हुई है। अगर 21वीं शताब्दी में सिंड्रेला अंबानी की शादी में जाने का सपना देखती है, तो उन्हें एक से अधिक परी माता की जरूरत होती।

जैसे जैसे शादी पास आ रही है, क्या उन लोगों में रोमांच बढ़ रहा है जो सगाई में आए थे? वे इसके लिए क्या पहनेंगे ताकि वे शादी के स्लाइड शो में शामिल हो सकें? और फिर अंबानी की बेटी की शादी के लिए? और कैसे अंबानी अपनी बेटी की शादी को सगाई पार्टी से ज्यादा उच्च स्तरीय बनाएंगे? हो सकता है नरेंद्र मोदी आएं। या शायद डोनाल्ड ट्रम्प, जो कि इस दिखावे में बिल्कुल घर जैसा महसूस करेंगे।

एक बार, बॉलीवुड और करण जौहर ने हमें भव्य इंडियन वेडिंग दिखाई थी। वह पूरी तरह फिल्मी कल्पात्मक नाटक था। भारत के अमीरों ने करन जौहर को वास्तविक जीवन में उनके ही खेल में हरा दिया है और वो भी सिर्फ एक सगाई पार्टी से। इंडिया शाइनिंग से अब इंडिया – ब्लिंगिंग हो गया है।

ऐसे देश में जहां गरीब परिवार अभी भी अपनी बेटियों की शादी करने की कोशिश करते करते कंगाल हो जाते हैं, अंबानी की सगाई एक परी कथा की तरह महसूस होती है जो हमें एक हैप्पी इंडिंग की तलाश करने के लिए मजबूर कर देती है।

संदीप रॉय एक पत्रकार, टिप्पणीकार और लेखक हैं।

Read in English: How many fairy godmothers would Cinderella need to get into Ambani wedding extravaganza?

share & View comments