दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून
आलोक निरंतर वोटर को कार्टून के माध्यम से समझा रहे कि इस चुनाव में अपनी ऊंगली नेताओं पर उठाने की जगह वोट देने के प्रयोग में लाएं.
भारत के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई पर पिछले सप्ताह लगे यौन उत्पीड़न के आरोप पर चित्रण करते हेमंत मोरपारिया. उन्होंने वकीलों और जजों द्वारा गले में पहने जानी वाली टाई को मीटू कैंपेन से जोड़ कर दिखाया है.
श्रीलंका में ईस्टर के दौरान हुए हमले में 300 लोगों के मारे जाने पर महमूद चित्रण करते हुए. जिसमें उन्होंने इसे सीधे तौर पर इंटेलीजेंस का फेल्योर बताते हुए दिखाया है कि किस तरह श्रीलंका करीब एक दशक बाद आतंक का शिकार हुआ है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पाकिस्तान को यह कहे जाने पर कि परमाणु हथियार दिवाली के लिए नहीं रखे हैं.. कार्टूनिस्ट मंजुल ने पोखरण एक-दो और तीन का चित्र बनाते हुए व्यंग किया है.
नाला पोनपप्पा ने एग्जिट पोल और उनकी विश्वसनीयता पर कटाक्ष किया है. जिसमें अदर बैंगलूरू पहने एक स्केच बना कर वह यह दिखा रहे हैं कि किस तरह से एग्जिट पोल के सवाल होते हैं और कैसे उसकी गणना की जाती है.
संदीप अध्वर्यु ने भगवान बुद्ध द्वारा मनुष्य को मानवता के सही गुण सिखाने पर कार्टून बनाते हुए जिसमें उन्होंने ‘राइट’ शब्द को राइट विंग राजनीति से जोड़ा है.
केंद्रीय मंत्री और पशु की कार्यकर्ता मेनका गांधी ने मुसलमानों को लेकर बयान दिया था कि अगर वो उन्हें वोट नहीं देते हैं तो फिर उनसे काम कराने की उम्मीद भी न करे. सतीश आचार्य ने मेनका गांधी के इस बयान पर कटाक्ष किया है. जिसमें वो जानवरों से पूछती दिखाई दे रही हैं कि सब अपना अपना धर्म बताओ.
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