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शुक्रवार, 2 मई, 2025
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गांजा रखने के आरोप में पकड़े गये व्यक्ति की मौत, परिजनों ने पुलिस की पिटाई से जान जाने का आरोप लगाया

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जींद, 18 अप्रैल (भाषा) हरियाणा में जींद के जुलाना में चौपाल के निकट पांच दिन पहले गांजा रखने के आरोप में पकड़े गये व्यक्ति की पीजीआई रोहतक में मौत हो गई। पुलिस सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी।

सूत्रों ने बताया कि आरोपी पप्पी के पास से 13 अप्रैल को 580 ग्राम गांजा बरामद किया गया था और पकड़े जाने पर एक दिन के रिमांड के बाद पुलिस ने 15 अप्रैल को उसे जेल भेज दिया था।

इस बीच पप्पी के परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस हिरासत के दौरान की गई पिटाई के चलते उसकी मौत हुई है।

पीजीआई में मजिस्ट्रेट के समक्ष पुलिस ने उसकी पत्नी के बयान दर्ज किए और शव चिकित्सकों के बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया।

मृतक की पत्नी आशा और पिता जयनारायण ने आरोप लगाया कि पप्पी की मौत पुलिस द्वारा यातनाएं देने से हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि उसके शरीर पर चोटों के निशान हैं और पूरा शरीर नीला पड़ा हुआ है।

उन्होंने आरोप लगाया कि मृतक के शरीर पर कई जगह पर पट्टी भी बंधी हुई है।

उसकी पत्नी आशा ने आरोप लगाया कि 13 अप्रैल को पुलिस पीटते हुए उसे घर से ले गई थी और इसके बाद से पुलिस ने उन्हें पप्पी से मिलने नहीं दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस के ज्यादा यातनाएं देने से ही उसके पति की मौत हुई है और इस मामले की जांच होनी चाहिए और जो भी दोषी हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।

परिजनों ने बताया कि पप्पी कई वर्ष से मधुमेह का मरीज था और उसे नियंत्रित रखने के लिए प्रतिदिन दवाई लेता था।

परिजनों ने आरोप लगाया कि लेकिन पुलिस ने उसे दवाई तक नहीं लेने दी और जब रविवार शाम को उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई तो जेल प्रशासन ने उसको अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन इस संबंध में परिवार को अवगत नहीं कराया गया।

इस बीच जुलाना थाना प्रभारी समरजीत सिंह ने बताया कि पप्पी के शव का चिकित्सकों के बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया गया है और पूरी वीडियोग्राफी भी कराई गई है। उन्होंने बताया कि पप्पी की मौत कैसे हुई है, इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही होगा।

सिंह ने कहा कि पप्पी एनडीपीएस के मामले में जिला जेल में बंद था। उन्होंने बताया कि परिवार के लोगों ने जो आरोप लगाए हैं, उनकी जांच की जाएगी।

भाषा सं देवेंद्र मनीषा

मनीषा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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