पालघर, 27 फरवरी (भाषा) महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे ने बृहस्पतिवार को कहा कि पालघर जिले में प्रस्तावित वधावन बंदरगाह परियोजना राज्य और देश के आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी और स्थानीय निवासियों को वहां नौकरियों में प्राथमिकता मिलनी चाहिए।
महाराष्ट्र के पालघर में एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक के दौरान मत्स्य पालन और बंदरगाह मंत्री राणे ने कहा कि यह महत्वाकांक्षी परियोजना देश को आर्थिक महाशक्ति बनाने की दिशा में एक कदम होगा।
राणे ने कहा, ‘‘वधावन बंदरगाह परियोजना में महाराष्ट्र सरकार की 26 प्रतिशत हिस्सेदारी है और यही वजह है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इसके सुचारू कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार के साथ सक्रिय रूप से बातचीत कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि कौशल विकास एवं उद्यमिता विभाग स्थानीय निवासियों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करे, जिससे कार्यबल को कौशल युक्त करने और बंदरगाह पर नौकरियां मिलने में आसानी होगी।
मंत्री ने कहा कि बंदरगाह से मिलने वाले रोजगार में पालघर जिले के स्थानीय लोगों, विशेषकर मछुआरा समुदाय के बच्चों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इस परियोजना से भावी पीढ़ियां आर्थिक रूप से स्वतंत्र और आत्मनिर्भर बन सकेंगी।
राणे ने कहा, ‘‘वधावन बंदरगाह परियोजना सिर्फ आर्थिक विकास के ही बारे में नहीं है बल्कि यह प्रशिक्षण और विकास कार्यक्रमों के माध्यम से समाज के अंतिम व्यक्ति का उत्थान करने के लिए है। अधिकारियों को निर्माण कार्य पूरा करने के लिए तेजी से काम करना चाहिए और परियोजना में स्थानीय भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए।’’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले वर्ष अगस्त में वधावन बंदरगाह की आधारशिला रखी थी। बंदरगाह को 76,000 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है।
भाषा प्रीति वैभव
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