(तस्वीरों के साथ)
सलेम, 12 जून (भाषा) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने बृहस्पतिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान की कड़ी आलोचना की कि राज्य की द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक)सरकार केवल घोषणाएं कर रही है और कोई परियोजना लागू नहीं कर रही है।
स्टालिन ने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार है जो तमिलनाडु के लिए कोई विशेष परियोजना/योजना लेकर नहीं आई है और कुछ योजनाओं के लिए आवंटित धनराशि भी राज्य तक पूरी तरह नहीं पहुंच पाती है।
उन्होंने 12 जून को निर्धारित तिथि पर सिंचाई के लिए पानी छोड़ने के लिए मेट्टूर बांध का द्वार खोलते हुए कहा कि वह लोगों के हित के लिए लगातार काम कर रहे हैं।
स्टालिन ने कहा, ‘‘इसलिए मैं जहां भी जाता हूं, आप लोग प्यार से मेरा स्वागत करते हैं; आप मुझे अपने बीच का ही मानते हैं। हालांकि, कुछ लोग इसे बर्दाश्त नहीं कर पाए और वे द्रमुक सरकार के प्रभाव से ईर्ष्या करते हैं।’’
मुख्यमंत्री ने हाल ही में मदुरै की यात्रा के दौरान शाह द्वारा राज्य की द्रमुक सरकार की तीखी आलोचना का जिक्र करते हुए सवाल किया कि अगर केंद्रीय गृह मंत्री ने अपनी यात्रा के दौरान 10 साल पहले केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा घोषित मदुरै अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) परियोजना की स्थिति का निरीक्षण किया होता तो क्या होता।
केंद्र की खिल्ली उड़ाते हुए स्टालिन ने आश्चर्य जताया कि क्या मदुरै एम्स की पहल एक अस्पताल बनाने या अनुसंधान के लिए एक अंतरिक्ष केंद्र स्थापित करने के बारे में है, क्योंकि यह परियोजना लगभग 10 वर्षों से ‘‘निर्माणाधीन’’ ही है।
मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘यदि धनराशि का आवंटन उचित तरीके से किया गया होता तो अस्पताल (एम्स) दो साल में बनकर तैयार हो जाता।’’
उन्होंने कहा कि इसी मदुरै क्षेत्र में द्रमुक सरकार ने गत चार वर्ष में कलईंग्नार शताब्दी पुस्तकालय, विश्व स्तरीय जल्लीकट्टू स्टेडियम और कीलाडी संग्रहालय सहित कई परियोजनाएं पूरी की हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यह भाजपा मॉडल और द्रविड़ मॉडल के बीच का अंतर है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अमित शाह ने शासन में खामियां निकाली हैं और आरोप लगाया है कि कुछ भी नहीं किया गया तथा कोई योजना लागू नहीं की गई।’’
स्टालिन ने केंद्र से पूछा, ‘‘कृपया हमें तमिलनाडु के लिए एक विशेष परियोजना बताएं।’’उन्होंने रेखांकित किया कि भाजपा ने 2024 में तीसरी बार केंद्र में सत्ता संभाली है। द्रमुक ने केंद्र में नौ साल तक सत्ता साझा की और उपलब्धियों को कई बार सूचीबद्ध किया गया है।
स्टालिन ने कहा, ‘‘आपने सत्ता में इन 11 वर्षों के दौरान तमिलनाडु के लिए क्या किया है? आप इस सवाल का जवाब नहीं देते हैं, जिसे हम लगातार उठाते रहे हैं।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अमित शाह ने अपने भाषण में अपना आक्रोश प्रकट किया। उन्होंने कहा है कि द्रमुक सरकार भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र की योजनाओं को भटका रही है और लोगों को लाभ पाने से रोक रही है। हालांकि, सच्चाई क्या है?चाहे पेयजल योजना हो या आवास योजना, राज्य सरकार ही अतिरिक्त धनराशि उपलब्ध करा रही है, क्योंकि केंद्र सरकार द्वारा किए गए आवंटन से योजनाएं क्रियान्वित नहीं की जा सकतीं।’’
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नाम वाली योजनाओं के लिए भी राज्य सरकार ही 50 प्रतिशत से अधिक राशि आवंटित कर रही है और उन्हें लागू कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘किस आधार पर गृह मंत्री यह आरोप लगा रहे हैं कि हम योजनाओं को दूसरी दिशा में मोड़ रहे हैं, जबकि हम (राज्य सरकार) केंद्र सरकार के नाम वाली योजनाओं को वित्तपोषित कर रहे हैं?’’
केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कथित तौर पर टिप्पणी की है कि शिवगंगा जिले के कीलाडी में प्राचीन सभ्यता पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ( एएसआई) के निष्कर्षों को मान्य करने के लिए और अध्ययन की आवश्यकता है।
स्टालिन ने इस संदर्भ में आरोप लगाया कि केंद्र सरकार लगातार तमिल लोगों की प्राचीनता को छिपाने और नष्ट करने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष के नेता एडाप्पडी के पलानीस्वामी में ऐसी चीजों पर केंद्र से सवाल करने की हिम्मत नहीं है। पलानीस्वामी ने अपनी पार्टी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक)का आगमी विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के साथ गठबंधन किया है।
भाषा धीरज रंजन
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