पुणे, 22 मार्च (भाषा) पुणे का प्रतिष्ठित आगा खान पैलेस पिछले महीने से पानी की भारी किल्लत का सामना कर रहा है क्योंकि शहर के नगर निकाय ने 1.70 करोड़ रुपये से अधिक की बकाया राशि का भुगतान न करने के कारण पानी का ‘कनेक्शन’ काट दिया है।
महात्मा गांधी को देश के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान आगा खान पैलेस में एक कैदी के रूप में रखा गया था।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने पुणे नगर निगम (पीएमसी) से एएसआई के नाम पर पानी का एक नया कनेक्शन प्रदान करने का अनुरोध किया है ताकि आगंतुकों को कोई असुविधा न हो।
पैलेस में एएसआई के संरक्षण सहायक गजानन मंडावरे ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि सप्ताह के कार्यदिवसों में, स्मारक में 700 से 800 आगंतुक आते हैं और सप्ताहांत में यह संख्या 1,200 तक पहुंच जाती है।
‘भारत छोड़ो’ आंदोलन की शुरुआत के बाद, महात्मा गांधी, उनकी पत्नी कस्तूरबा गांधी और उनके सचिव महादेव देसाई को आगा खान पैलेस में हिरासत में रखा गया था, जिसे सुल्तान मोहम्मद शाह आगा खान तृतीय ने 1892 में बनवाया था।
देसाई और कस्तूरबा गांधी की हिरासत में मृत्यु हो गई थी और उनकी ‘समाधियां’ परिसर में स्थित हैं।
पीएमसी जल आपूर्ति विभाग के मुख्य अभियंता अनिरुद्ध पावस्कर के अनुसार, पानी के 1.72 करोड़ रुपये के बकाया बिल के कारण पांच फरवरी को पैलेस के बगीचे के लिए तीन इंच के पानी के पाइप का कनेक्शन काट दिया गया था।
मंडावरे ने कहा कि छह एकड़ में फैला यह बगीचा पानी की कमी के कारण काफी हद तक प्रभावित है और आगंतुकों को भी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘पीएमसी के मुताबिक, पिछले 30 सालों से पानी का बिल नहीं चुकाया गया है। इस साल अचानक बिल आया और कनेक्शन काट दिया गया।’’
उन्होंने कहा कि उन्होंने पीएमसी को पत्र लिखकर उन्हें एएसआई के नाम पर पानी का एक नया कनेक्शन प्रदान करने के लिए कहा है, ताकि आगंतुकों को किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े।
भाषा देवेंद्र मनीषा
मनीषा
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