नई दिल्ली: राम जन्मभूमि आंदोलन की लड़ाई में आगे रहने वाले विश्व हिंदू परिषद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राम मंदिर के ट्रस्ट गठन की घोषणा का स्वागत किया है. वीएचपी का कहना है कि मंदिर का निर्माण जल्द होना चाहिए. वहीं नवगठित ट्रस्ट की बैठक जल्द से जल्द की जाय जिससे मंदिर निर्माण का काम जल्द शुरू हो सके.
वीएचपी का कहना है, ‘ट्रस्ट के सदस्यों के नामों की घोषणा तो सरकार ही करेगी. मंदिर हम नहीं बनाएंगे. हम तो चौकीदारी करेंगे.’
बुधवार को पीएम मोदी की घोषणा के बाद विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष डॉ. आलोक कुमार ने संवाददाताओं से चर्चा में कहा, ‘आज हमारे लिए बहुत ही प्रसन्नता का दिन है. भव्य मंदिर बनाने के लिए मजबूत और ठोस कदम सरकार ने लिया है. राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनना और सुन्नी वक्फ बोर्ड को भूमि देने के सरकार ने अपने दायित्व को पूरा किया है.’
आलोक कुमार ने कहा, ‘जो ट्रस्ट का गठन हुआ है वह मंत्रिमंडल की सहमति से हुआ है. हम अपेक्षा करेंगे कि ट्रस्ट जल्द से जल्द अपना काम शुरू करे. प्रत्येक हिंदू के मन में यह आकांक्षा है कि मंदिर का निर्माण जल्द शुरू हो. हम यह अपेक्षा करते हैं कि यह ट्रस्ट जल्दी अपनी व्यवस्थाएं पूरी करके मंदिर निर्माण को शुरू करेगा.’
उन्होंने कहा, ‘जो नक्शा पिछले 30 वर्षों से मंदिर का है. जो सब जगह कई वर्षों से घूम रहा है. सब हिंदुओं के मन में प्रतिष्ठित है. 1989 में इस नक्शे के हिसाब से मंदिर बनाने के लिए सवा आठ करोड़ रुपए एकत्र हुए थे. इसलिए हम ट्रस्ट से आग्रह करेंगे कि इस नक्शे के हिसाब से इस मंदिर का निर्माण होना चाहिए.’
वीएचपी अध्यक्ष ने कहा, ‘यह ट्रस्ट इस बात की व्यवस्था करे कि इस मंदिर का निर्माण विश्वभर के हिंदुओं के पैसे से हो. ट्रस्ट से हम यह भी अपेक्षा करते हैं कि वह मंदिर निर्माण के लिए प्रत्येक हिंदू परिवार से एक न्यूनतम राशि ले ताकि वह आसानी से वहन करे सके. वहीं प्रत्येक हिंदू की मंदिर निर्माण में हाथ लगाने के अवसर मिलने की भी व्यवस्था की जाए.’
यह भी पढे़ंः श्रीराम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष की रेस में नृत्यगोपाल दास सबसे आगे, दलित सदस्य को लेकर चर्चा गर्म
आलोक कुमार ने सभी अपील करते हुए कहा, ’25 मार्च से नवरात्र शुरू हो रहा है. 2 अप्रैल को श्रीराम नवमी है. 8 अप्रैल को हनुमान जयंती है. 25 मार्च से 8 अप्रैल तक विश्व में जहां कहीं भी हिंदू रहते हैं वह सार्वजनिक स्थान पर एकत्र हों. वहां भगवान राम और मंदिर का नक्शा लेकर एक बड़ी शोभायात्रा निकालने का आयोजन करें.’ वीएचपी ने इस आयोजन का नाम रामोत्सव दिया है.
सवालों का जवाब देते हुए वीएचपी अध्यक्ष ने आगे कहा, ‘ट्रस्ट के नामों की घोषणा सरकार ही करेगी. विश्व हिंदू परिषद ने तय किया था मंदिर हम नहीं बनाएंगे. हम तो चौकीदारी करेंगे. सुप्रीम कोर्ट ने यह काम सरकार को सौंपा है. इसलिए किसी दावेदारी का सवाल ही नहीं है.’
उन्होंने कहा, ‘हम सरकार से यह अपेक्षा कर ही रहे हैं कि जिन लोगों ने इस लड़ाई का नेतृत्व किया है. उन लोगों को जरूर ट्रस्ट में लिया जाए. हम उम्मीद करते हैं कि ऐसा होगा.’
गृहमंत्री अमित शाह की ट्रस्ट में दलित संत के शामिल होने की बात का भी वीएचपी ने स्वागत किया. हम चाहते हैं कि इस मंदिर निर्माण में सभी समाज शामिल हों.