नई दिल्ली:भाजपा नेता उमा भारती ने रविवार को कहा कि ग्लेशियर टूटने के कारण हुई त्रासदी चिंता का विषय होने के साथ-साथ चेतावनी भी है. साथ ही उन्होंने कहा कि मंत्री रहते हुए वह गंगा और उसकी मुख्य सहायक नदियों पर बांध बनाकर पनबिजली परियोजनाएं लगाने के खिलाफ थीं.
नरेंद्र मोदी नीत राजग-1 सरकार में भारती जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री थी.
ज़िला चमोली,रुद्रप्रयाग ,पौड़ी सभी जिलो में रहने वाले अपने आत्मीय जनो से अपील करती हूँ की इस आपदा से प्रभावित लोगों के रक्षा व सेवा कार्यों में लग जाइये ।
— Uma Bharti (@umasribharti) February 7, 2021
हिन्दी में किए गए सिलसिलेवार ट्वीट में उन्होंने कहा कि ग्लेशियर टूटने से पनबिजली परियोजना को नुकसान पहुंचा है और भीषण त्रासदी आयी है.
उन्होंने कहा कि हिमालय के ऋषि गंगा में हुई या त्रासदी चिंता का विषय होने के साथ-साथ चेतावनी भी है.
उन्होंने लिखा है, ‘इस सम्बन्ध में मैंने अपने मंत्रालय की तरफ़ से हिमालय उत्तराखंड के बांधों के बारे में जो हलफनामा दिया था उसमें यही आग्रह किया था की हिमालय एक बहुत संवेदनशील स्थान है इसलिये गंगा एवं उसकी मुख्य सहायक नदियों पर पनबिजली परियोजना नहीं बनने चाहिए.’
उन्होंने कहा कि उसे फैसले से बिजली आपूर्ति में होने वाली कमी को राष्ट्रीय ग्रिड से पूरा किया जा सकता था.
तथा इससे उत्तराखंड की जो 12 % की क्षति होती है वह नैशनल ग्रीड से पूरी कर देनी चाहिये ।
— Uma Bharti (@umasribharti) February 7, 2021
भारती ने कहा कि वह शनिवार को उत्तरकाशी में थीं और अभी हरिद्वार में हैं.
उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में नंदा देवी ग्लेशियर टूटने से रविवार को धौली गंगा नदी में भीषण बाढ़ आयी है.
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