त्रिशूर (केरल), छह नवंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी ने बृहस्पतिवार को तटीय जिले अलप्पुझा में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की स्थापना की मांग दोहराते हुए कहा कि यह राज्य के सबसे “पिछड़े” क्षेत्रों में से एक है।
पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस और पर्यटन राज्य मंत्री गोपी ने कहा कि यदि अलप्पुझा में एम्स स्थापित नहीं किया जा सकता, तो इडुक्की जिला दूसरा विकल्प हो सकता है।
उन्होंने कहा, “हालांकि भौगोलिक दृष्टि से इडुक्की में यह संभव नहीं है। अगर किसी कारण से अलप्पुझा में इसकी अनुमति नहीं मिलती, तो मैं इसे त्रिशूर में स्थापित करने की मांग करूंगा।”
गोपी ने यहां एक जनसभा में कहा कि जब तक केरल में एम्स की नींव नहीं रखी जाती, वह लोगों से वोट मांगने नहीं जाएंगे।
पिछले कुछ महीनों में मंत्री कई बार अलप्पुझा में एम्स की स्थापना की आवश्यकता पर जोर दे चुके हैं।
एक ओर भाजपा ने इस मुद्दे पर उनके बयान को उनका “निजी विचार” बताया है, तो दूसरी ओर सत्तारूढ़ माकपा ने आरोप लगाया कि गोपी अनावश्यक विवाद खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि राज्य सरकार पहले ही कोझिकोड जिले में एम्स स्थापित करने का प्रस्ताव केंद्र को भेज चुकी है और उसके लिए भूमि भी चिह्नित व अधिग्रहीत कर ली गई है।
भाषा जोहेब मनीषा
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