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Friday, 3 May, 2024
होमदेश‘चोर की दाढ़ी में तिनका’— MP के पेशाब कांड पर नेहा सिंह राठौर के ट्वीट पर BJP नेता ने कराई FIR दर्ज

‘चोर की दाढ़ी में तिनका’— MP के पेशाब कांड पर नेहा सिंह राठौर के ट्वीट पर BJP नेता ने कराई FIR दर्ज

नेहा ने कहा उन्हें मालूम ही नहीं था कि उनके खिलाफ मामला दर्ज़ हुआ है, मुझे सुबह किसी ने अखबार की कटिंग भेजी तो मुझे पता लगा कि मेरे खिलाफ मामला दर्ज हो गया है.

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नई दिल्ली: लोक गायिका नेहा सिंह राठौर एक बार फिर से विवादों में हैं, लेकिन इस बार उसके गाने ने नहीं बल्कि मध्य प्रदेश के सीधी में पेशाब कांड पर एक ट्वीट ने विवाद को जन्म दिया है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अनुसूचित जाति मोर्चा के मीडिया प्रभारी सूरज खरे ने हबीबगंज थाने में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है.

‘‘यूपी में का-बा’’ गीत से प्रसिद्ध हुईं राठौर ने बुधवार को ट्विटर पर एक ‘‘मीम’’ शेयर किया, जिसमें एक व्यक्ति नग्न अवस्था में दूसरे व्यक्ति पर पेशाब करता हुआ दिखाई दे रहा है. उन्होंने इसके कैप्शन में लिखा, ‘‘M P में का बा..?, Coming Soon’’. इसी ट्वीट पर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

हालांकि, नेहा का कहना है कि उन्होंने केवल एक मज़ाक किया है. उन्होंने दिप्रिंट से कहा, ‘‘मैं MP में का बा गाना बना रही हूं, इसलिए लोग मुझे थाने के चक्कर कटवाना चाह रहे हैं. ताकि मैं इसी सब में फंसी रहूं.’’

नेहा ने कहा उन्हें मालूम ही नहीं था कि उनके खिलाफ मामला दर्ज़ हुआ है, ‘‘मुझे सुबह किसी ने अखबार की कटिंग भेजी तो मुझे पता लगा कि मेरे खिलाफ मामला दर्ज हो गया है.’’

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वहीं, एफआईआर दर्ज़ करवाने वाले भाजपा एमपी के अनुसूचित जाति के मीडिया प्रभारी सूरज खरे ने कहा कि सीधी कांड को लेकर किए गए पोस्ट में आरोपी को आरएसएस की गणवेश में दिखाया गया है.

लेकिन, राठौर इसे सिरे से खारिज करते हुए कहा, ‘‘वो आरएसएस की ड्रेस नहीं है. आपने कब आरएसएस के लोगों को कमीज़ के ऊपर जनेऊ पहने और सिगरेट पीते हुए देखा है.’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘ये चोर की दाढ़ी में तिनका देखने वाली बात ही हो गई न.’’

पुलिस ने नेहा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153 (क) के तहत मामला दर्ज किया है. इसी संबंध में नेहा ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए एक और ट्वीट में कहा कि उन्होंने विरोध किया इसलिए उनके ऊपर एफआईआर करवा दी गई. उन्होंने लिखा, ‘‘गजब है इनका आदिवासी प्रेम..!’’

गौरतलब है कि राज्य के सीधी जिले में चार जुलाई को आदिवासी युवक के साथ एक अमानवीय घटना हुई थी. शराब के नशे में धुत प्रवेश शुक्ला नाम का शख्स धुआं उड़ाते हुए एक व्यक्ति पर पेशाब करता दिखाई दिया था. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हस्तक्षेप के बाद शुक्ला के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर गिरफ्तार किया गया.

आरोपी के घर के अवैध कंस्ट्रक्शन पर बुलडोजर चला दिया गया है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद पीड़ित का पैर धोकर उनका सम्मान किया.

सीएम ने कहा था, ‘‘मन दु:खी है; दशमत जी आपकी पीड़ा बांटने का यह प्रयास है, आपसे माफी भी मांगता हूं, मेरे लिए जनता ही भगवान है!’’


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‘मैं लोकतंत्र के साथ हूं’

अपने गीतों से सरकार पर तंज कसने वालीं नेहा ने भोपाल कांड के बारे में कहा कि सरकार जो करे वह ठीक, लेकिन किसी के पोस्ट से भी इन्हें परेशानी होने लगती है.

उन्होंने दिप्रिंट से कहा, ‘‘ये कुछ भी करें तो बल्ले-बल्ले और हम करें तो लोकतंत्र कटघरे में आ जाएं. किसी की आवाज़ को दबाना संवैधानिक मूल्यों का हनन करना है.’’

नेहा ने मंगलवार को एक ट्वीट में कहा था कि वे किसी भी पार्टी के साथ नहीं बल्कि विपक्ष में हैं.

वह आगे कहती हैं, ‘‘केंद्र में जो भी पार्टी विपक्ष में है, मैं उसके साथ हूं. सरकारें बदल जाएंगी, पर मैं विपक्ष में ही रहूंगी. विपक्ष की यही पार्टियां जब सत्ता में आ जाएंगी तो यही मुझे अपने विपक्ष के साथ खड़ा पाएंगी. मैं सिर्फ और सिर्फ विपक्ष में हूं. हर राज्य में जो भी पार्टी विपक्ष में है, मैं उसके साथ हूं.’’

उन्होंने आगे लिखा, ‘‘एक लोक-कलाकार को जनता के पक्ष में रहकर सरकार से सवाल करना चाहिए. यही उसका धर्म है. मैं अपने धर्म के साथ हूं. मैं लोकतंत्र के साथ हूं.’’

इससे पहले नेहा ने पेशाब कांड का वायरल वीडियो शेयर करते हुए पूछा था, ‘‘आदिवासियों के प्रति बीजेपी का यही असली चेहरा है? ऐसा होगा आपका हिंदू-राष्ट्र?’’

मामले पर राजनीति तेज़

कांग्रेस ने भी इस मामले को राजनीतिक मुद्दा बना लिया और भाजपा पर आदिवासियों-दलितों का अपमान करने का आरोप लगाया.

वीडियो के वायरल होने के बाद सीएम शिवराज ने ट्वीट किया था, ‘‘मेरे संज्ञान में सीधी जिले का एक वायरल वीडियो आया है. मैंने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि अपराधी को गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई कर एनएसए भी लगाया जाए.’’

सीधी कांड के आरोपी का संबंध सत्तारूढ़ पार्टी से होने पर विपक्ष ने शिवराज को घेरना शुरू कर दिया था.

इसके बाद शिवराज ने एक वीडियो ट्वीट में कहा, ‘‘अपराधी केवल अपराधी होता है, उसकी कोई जाति, धर्म या पार्टी नहीं होती. सीधी मामले को लेकर मैंने निर्देश दिए हैं, आरोपी को ऐसी सज़ा दी जाएगी जो उदाहरण बने. हम उसे किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ेंगे.’’

उन्होंने कहा, ‘‘मानवता को उसने कलंकित किया है. घोर अमानवीय कृत्य किया है. ऐसे अपराध के लिए कठोरतम सज़ा दी जाए.’’

इस बीच, मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अब्बास हफीज़ ने आरोपी प्रवेश शुक्ला की बीजेपी नेताओं के साथ तस्वीरें ट्वीट की हैं.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा, ‘‘आदिवासी समाज के युवक के साथ ऐसी जघन्य और गिरी हुई हरकत का सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं है. आरोप है कि पेशाब करने वाला व्यक्ति बीजेपी से जुड़ा है. मध्य प्रदेश पहले ही आदिवासी अत्याचार में नंबर वन है. इस घटना ने पूरे एमपी को शर्मसार कर दिया है.’’

हालांकि, बीजेपी ने आरोपी प्रवेश शुक्ला के पार्टी में होने की बात को खारिज कर दिया है. मध्य प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता आशीष अग्रवाल ने कहा है कि बीजेपी चाहती है कि अभियुक्त के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो.

दरअसल, आरोपी प्रवेश शुक्ला का कथित तौर पर संबंध सीधी से बीजेपी विधायक केदारनाथ शुक्ला के पूर्व प्रतिनिधि के तौर पर बताया जा रहा है, लेकिन इस आरोप को केदारनाथ शुक्ला ने खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा, ‘‘वो मेरे प्रतिनिधि नहीं हैं.’’

वहीं, यूपी के समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘आदिवासी समाज के व्यक्ति पर पूर्व बीजेपी विधायक का प्रतिनिधि, प्रवेश शुक्ला पेशाब करते हुए, क्या यही है हिंदू राष्ट्र का नंगा सच? लव जेहाद के नाम पर नफरत का बीज बोने वाले ज़रा अपना दामन झांक कर देखो, तुम कहां खड़े हो और कितना नीचे गिरोगे?’’

उन्होंने सीएम शिवराज का एक वीडियो शेयर कर कहा, ‘‘यही है लोकतंत्र की ताकत, यही है वोट की कीमत कि मध्यप्रदेश के मा. मुख्यमंत्री, शिवराज सिंह चौहान को सीधी पेशाब कांड के पीड़ित आदिवासी युवक के पैर पखारने पड़े एवं तिलक लगाकर छमा-याचना मांगनी पड़ी क्योंकि डर है कहीं विधानसभा चुनाव में आदिवासी, दलित-पिछड़े मिलकर भाजपा का सूपड़ा न साफ कर दें.’’

बता दें कि ‘बिहार में का बा’, ‘यूपी में का बा’ गा चुकी नेहा को ‘यूपी में का बा- पार्ट-2’ गाने को लेकर यूपी पुलिस ने उन्हें नोटिस भेजकर कुछ सवालों के जवाब मांगे थे.

राठौर ने 16 फरवरी को सोशल मीडिया पर ‘यूपी में का बा- पार्ट-2’ पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने कानपुर देहात में दो महिलाओं के आग लगने से हुई मृत्यु को लेकर योगी सरकार पर तीखे सवाल उठाए थे.


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