नयी दिल्ली, 15 सितंबर (भाषा) दक्षिणपूर्व रेलवे जोन के चक्रधरपुर रेल मंडल में सोमवार सुबह हावड़ा-अहमदाबाद एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से एक ‘ट्रैकमैन’ की मौत हो गयी। जोनल रेलवे के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार धनेश्वर महतो (54) रेलवे में एक ‘कीमैन’ के पद पर कार्यरत था और उसका काम पटरियों की देखभाल करना था।
ऑल इंडिया रेलवे ट्रैकमेंटेनर्स यूनियन (एआईआरटीयू) के कार्यकारी अध्यक्ष चांद मोहम्मद ने बताया, ‘महतो सुबह करीब 8:30 बजे मनोहरपुर स्टेशन के पास रेल की पटरी पर मृत पाया गया। ट्रेन के लोको पायलट ने स्टेशन मास्टर को इस घटना की जानकारी दी।’
मोहम्मद और यूनियन के अन्य नेताओं ने इस दुर्घटना के लिए रेल प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। वे पिछले कई महीनों से रेल की पटरी पर काम करने वाले सभी कर्मचारियों को ‘रक्षक’ उपकरण वितरित करने की मांग कर रहे हैं।
मोहम्मद ने कहा, ‘रक्षक एक जीपीएस आधारित उपकरण है जो रेलगाड़ी के आने से पहले चेतावनी ध्वनि देता है, ताकि रेल की पटरी पर काम करने वाले कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।’
उन्होंने कहा कि रेल प्रशासन ने शुरू में रेल की पटरी पर काम करने वाले प्रत्येक कर्मी को एक उपकरण देने का वादा किया था, लेकिन ऐसा करने में विफल रहा और कर्मियों को उनके भाग्य पर छोड़ दिया।
इस बीच रेलवे का कहना है कि अधिकांश श्रमिकों को यह उपकरण पहले ही वितरित किया जा चुका है।
एआईआरटीयू के राष्ट्रीय महासचिव कांताराजू एवी ने कहा, ‘‘रेल मंत्रालय ने प्रायोगिक तौर पर कुछ मंडलों में रक्षक उपकरण का परीक्षण किया है। हालांकि अब तक भारतीय रेलवे के कुल 68 रेल मंडल में से कम से कम 65 में इसे वितरित नहीं किया गया है।’’
भाषा शुभम अमित
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