नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में मीडिया बिरादरी ने तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा द्वारा पार्टी की एक बैठक में की गई उस टिप्पणी को लेकर नाराजगी जाहिर की है जिसमें उन्होंने प्रेस को कथित तौर पर ‘दो पैसे’ का कहा था. हालांकि मोइत्रा ने अपने बयान का बचाव किया है और कहा कि मोबाइल फोन रखने वाले हर व्यक्ति को ‘पत्रकार’ नहीं कहा जा सकता है.
मोइत्रा के बयान पर उनकी पार्टी के नेताओं ने भी आपत्ति जताई है. वन मंत्री राजिब बनर्जी, नुसरत जहां ने उनके बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. वहीं लोकसभा में कांग्रेस के प्रतिनिधि अधीर रंजन चौधरी ने भी उनके बयान पर आपत्ति जताई.
साउथ एशियन वूमेन इन द मीडिया (एसएडब्ल्यूएम) ने भी टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के बयान की निंदा की है. एसएडब्ल्यूएम ने कहा कि कथित वीडियो में जो उन्होंने कहा है वो पत्रकारों के प्रति उनके कम आदर को दिखाता है.
सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित वीडियो में कृष्णानगर की सांसद को नादिया जिले में रविवार को हुई बैठक के स्थल से एक व्यक्ति को जाने का इशारा करते हुए देखा जा सकता है. उस व्यक्ति ने खुद को पत्रकार बताया था.
उन्हें वीडियो में यह कहते हुए भी सुना जा सकता है, ‘किसने यहां ‘दो पोइसर’ (दो पैसे की कीमत) वाली प्रेस को बुलाया है? इन तत्वों को कार्यक्रम स्थल से हटा दें. हमारी पार्टी के कुछ सदस्य ऐसे लोगों को टीवी पर अपना चेहरा दिखाने के लिए बंद-दरवाजे की बैठकों में आमंत्रित करते हैं. यह नहीं किया जाना चाहिए.’
प्रेस क्लब-कोलकाता ने एक बयान में मोइत्रा की टिप्पणियों को निंदनीय बताया और कहा कि उन्हें अपनी टिप्पणियां वापस लेनी चाहिए तथा माफी मांगनी चाहिए.
बयान में कहा गया है, ‘उनका यह कथन निस्संदेह अनुचित और अपमानजनक है क्योंकि लोकतंत्र में एक पत्रकार का महत्व और उसके पेशे के प्रति सम्मान सार्वभौमिक रूप से मान्यता प्राप्त है.’
इसमें कहा गया है, ‘एक पत्रकार का अपने पेशे और उसकी सामाजिक जिम्मेदारी के लिए लड़ाई और संघर्ष सभी को पता है. किसी को भी किसी मीडियाकर्मी का अपमान करने का अधिकार नहीं है, हम सांसद की टिप्पणी की निंदा करते हैं और आशा व्यक्त करते हैं कि वह इसे तुरंत वापस लेंगी तथा माफी मांगेंगी.’
मोइत्रा ने इस संबंध में ट्विटर पर एक तरफ माफी मांगी और दूसरी तरफ कहा कि उन्होंने सही बात कही तथा उनका संपादन कौशल सुधर रहा है.
प्रेस क्लब-कोलकाता के अध्यक्ष स्नेहासिस सूर ने मंगलवार को कहा कि पत्रकार इससे आहत हुए हैं.
प्रतिक्रिया के लिए सांसद से संपर्क नहीं हो पाया.
(भाषा के इनपुट के साथ)
यह भी पढ़ें: ‘पार्टी इस तरह नहीं चल सकती’- चुनावों से पहले ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस में तेज हुए मतभेद के सुर