इटानगर, 28 जून (भाषा) बाढ़ प्रभावित अरुणाचल प्रदेश में तीन और लोगों की मौत हो गई, जिसके कुछ हिस्से अभी भी पिछले सप्ताह हुई बारिश का खमियाज़ा भुगत रहे हैं। राज्य में बाढ़ के बाद भूस्खलन हुआ और निचले इलाके जलमग्न हो गए।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी (डीडीएमओ) मोरोमी सोनम ने कहा कि नाहरलगुन में तकर कॉलोनी में भूस्खलन में एक 36 वर्षीय महिला सांगियो यापा की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए।
सबसे बुरी तरह प्रभावित जिलों में से एक पापुम पारे में मंगलवार को हुतो गांव में होलोंगी नदी के उफान के कारण चार लोग बह गए।
एक अधिकारी ने बताया कि चार में से एक व्यक्ति को सुरक्षित बचा लिया गया जबकि दो अभी भी लापता हैं।
चौथे व्यक्ति का शव आपदा मोचन बल द्वारा निकाला गया।
अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) लापता व्यक्तियों की तलाश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पापुम पारे के कोकिला गांव में दस लोग भूस्खलन की चपेट में आ गए, जिनमें से एक की मौत हो गई और नौ लोग बच गए।
सोनम ने कहा कि इसके साथ ही अप्रैल से अबतक भूस्खलन और बाढ़ के कारण जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है।
डीडीएमओ ने बताया, ईटानगर, नाहरलागुन, निरजुली और बंदरदेवा क्षेत्रों सहित राजधानी परिसर के विभिन्न हिस्सों से भूस्खलन और बाढ़ जैसी स्थितियों की सूचना मिली है, जिससे घरों, सड़कों और इमारतों को भारी नुकसान हुआ है।
होलोंगी में निर्माणाधीन डोनी पोलो ग्रीनफील्ड हवाईअड्डे का संपर्क मार्ग बाढ़ के पानी में डूब गया था, जबकि राज्य की राजधानी के कई निचले इलाके जलमग्न हो गये।
ईटानगर में अधिकांश नदियां, नाले, उफान पर हैं, जिससे इलाके और महत्वपूर्ण सड़कें खतरे में हैं।
अधिक बारिश के पूर्वानुमान के बाद, राजधानी जिला प्रशासन ने स्कूलों को 29 जून से अगले आदेश तक तीन दिनों के लिए बंद रखने का निर्देश दिया है। साथ ही प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने को कहा है।
भाषा
फाल्गुनी नरेश
नरेश
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