नयी दिल्ली, 11 सितंबर (भाषा) राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में 13, 20 और 27 सितंबर को ‘चेंज ऑफ गार्ड’ (अंगरक्षकों की अदला-बदली) समारोह नहीं होगा। राष्ट्रपति भवन द्वारा बृहस्पतिवार को जारी एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गयी है।
‘चेंज ऑफ गार्ड’ समारोह एक सैन्य परंपरा है जो राष्ट्रपति के अंगरक्षकों के एक नए समूह द्वारा कार्यभार संभालने के लिए हर सप्ताह आयोजित की जाती है। 1773 में स्थापित ‘राष्ट्रपति अंगरक्षक’ (पीबीजी) भारतीय सेना की सबसे पुरानी रेजिमेंट है।
विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में 13, 20 और 27 सितंबर, 2025 को ‘चेंज ऑफ गार्ड’ समारोह नहीं होगा। इस समारोह से जुड़ी बटालियन के राष्ट्रपति के अंगरक्षकों की हीरक जयंती रजत तुरही और तुरही बैनर की प्रस्तुति समारोह के पूर्वाभ्यास में व्यस्त रहने के कारण ‘चेंज ऑफ गार्ड’ समारोह नहीं होगा।’’
राष्ट्रपति रजत तुरही और तुरही बैनर पहली बार 1953 में प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद द्वारा ‘अंगरक्षकों’ को प्रदान किए गए थे। पीबीजी को अब तक कम से कम 14 बार राष्ट्रपति रजत तुरही और तुरही बैनर प्रदान किए जा चुके हैं।
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