(ज्ञानेश चव्हाण)
मुंबई, 13 अप्रैल (भाषा) साइबर अपराध के खिलाफ मुंबई पुलिस की लड़ाई में पिछले तीन वर्षों में हेल्पलाइन नंबर 1930 एक शक्तिशाली हथियार बन गया है। इस नंबर पर मिलीं शिकायतों की संख्या इस सप्ताह एक लाख के पार हो गई है और लोगों के 241 करोड़ रुपये बचाए गए हैं। एक अधिकारी रविवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि मुंबई पुलिस की साइबर शाखा 17 मई, 2022 से हेल्पलाइन का उपयोग कर रही है।
अधिकारी ने कहा कि महानगर के लोगों को ऑनलाइन धोखेबाजों का शिकार होने से बचाने के लिए सिपाहियों और अधिकारियों की एक पूरी टुकड़ी हर दिन 24 घंटे काम कर रही है।
वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि चूंकि वित्तीय धोखाधड़ी और साइबर अपराध के मामले हर दिन बढ़ रहे हैं, ऐसे में मुंबई पुलिस उन्नत तकनीक तथा उपकरणों की मदद से इन अपराधों शामिल लोगों से निपट रही है।
उन्होंने कहा, ‘हमारे पास एक मजबूत टीम भी है जो साइबर अपराध से निपटने के लिए बैंकों, वित्तीय संस्थानों, भारतीय रिजर्व बैंक, विभिन्न राज्यों की कानून प्रवर्तन एजेंसियों समेत सभी हितधारकों के साथ समन्वय करती है। हमें हर दिन 1930 पर लगभग 1500 शिकायतें मिलती हैं। इस शुक्रवार को शिकायतों की कुल संख्या एक लाख के पार हो गई।’
साइबर इकाई के पुलिस उपायुक्त दत्ता नलवाडे ने बताया, “शनिवार तक यह आंकड़ा 1,01,069 था। समय पर कार्रवाई के कारण 241,42,11,827 रुपये डूबने से बचा लिए गए।”
भाषा जोहेब प्रशांत
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