नयी दिल्ली, 12 फरवरी (भाषा) राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के प्रमुख जयंत चौधरी ने सोमवार को कहा कि उनके दादा चौधरी चरण सिंह को ‘भारत रत्न’ देने की घोषणा के बाद उनकी पार्टी के विधायकों और कार्यकर्ताओं से विचार-विमर्श के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के साथ जाने का फैसला किया गया।
यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी के विधायक रालोद के राजग में शामिल होने से नाराज हैं, उन्होंने कहा, ‘‘अगर कोई यह खबर दे रहा रहा है, तो मुझे नहीं लगता कि उन्होंने विधायकों से बात की है। मैंने विधायकों और कार्यकर्ताओं से बात की और उसके बाद कोई निर्णय लिया।’’
जयंत चौधरी ने कहा कि पहले से कोई योजना नहीं थी और परिस्थितियों के कारण कम समय में निर्णय लेने के लिए मजबूर होना पड़ा।
हालांकि, सिंह और भाजपा ने कोई औपचारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन दोनों पक्षों ने 9 फरवरी से रालोद के ‘इंडिया’ गठबंधन से राजग में जाने के बारे में पर्याप्त संकेत दिए थे। इसे उस वक्त बहुत बल मिला, जब पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ देने की घोषणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की।
सिंह ने अपने पिता दिवंगत अजित सिंह की जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में, ‘‘अपने लोगों और देश के लिए हमारे अच्छे इरादे हैं। जब ‘भारत रत्न’ दिया गया है तो हम बहुत खुश हैं। यह हमारे परिवार या पार्टी तक सीमित नहीं है। यह हर किसान, युवा, गरीब का सम्मान है।’’
यह पूछे जाने पर कि वह भाजपा के साथ अपने गठबंधन की घोषणा कब करेंगे, उन्होंने इसका सीधा जवाब नहीं दिया।
चौधरी ने सिर्फ यह कहा, ‘‘आज एक महत्वपूर्ण अवसर है, हम जश्न मना रहे हैं।’’
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा चरण सिंह को ‘भारत रत्न’ देने की घोषणा के बाद सिंह ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया था, ‘‘दिल जीत लिया।’’
भाषा हक हक दिलीप
दिलीप
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.