जम्मू, 28 जनवरी (भाषा) भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र सिंह राणा ने शुक्रवार को कहा कि कश्मीर के कुछ नेता ऐसे हैं जो लोगों को बांटने के लिए अक्सर जम्मू जाते हैं, लेकिन उन्हें सफल नहीं होने दिया जाएगा।
जम्मू-कश्मीर में एक निर्वाचित सरकार की मांग करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि नौकरशाही शासन एक राजनीतिक सरकार की जगह नहीं ले सकता।
पिछले साल नेशनल कॉन्फ्रेंस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए राणा ने कहा, “वो राजनेता जो कश्मीर से यहां (जम्मू) आते हैं और जम्मू में लोगों को बांटने की कोशिश करते हैं, वे जम्मू को उस तरह से बर्बाद करने में कामयाब नहीं होंगे, जिस तरह से उन्होंने कश्मीर को तबाह किया।” पूर्व विधायक ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि जम्मू के लोग शांति से रहते हैं और सांप्रदायिक सौहार्द व भाईचारे के साथ रहते रहेंगे।
उन्होंने कहा, “लेकिन हम चाहते हैं कि जम्मू की आवाज मजबूत हो और जम्मू को उसका हक मिले। हम अपने अधिकारों के लिए लड़ते रहेंगे। कोई समझौता नहीं होगा।”
जम्मू-कश्मीर को 2019 में एक केंद्र शासित प्रदेश में पुनर्गठित किया गया था और इसके प्रशासन का नेतृत्व उपराज्यपाल (एलजी) करते हैं।
राणा ने कहा कि नौकरशाही शासन राजनीतिक सरकार का विकल्प नहीं है।
उन्होंने कहा, “उपराज्यपाल मनोज सिन्हा वयोवृद्ध राजनेता हैं। वह छह बार सांसद रहे और मंत्री भी रह चुके हैं। उनके पास शासन का काफी अनुभव है। प्रशासन अच्छे तरीके से चलाया जा रहा है।”
राणा ने कहा, “जम्मू-कश्मीर में नौकरशाही कार्यकुशल है। वे मेहनती लोग हैं। हमें जम्मू-कश्मीर की नौकरशाही और पुलिस पर गर्व है।”
निर्वाचित सरकार की जरूरत का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधियों तक लोगों की पहुंच सुगम होती है और लोगों के प्रति उनकी जिम्मेदारी भी होती है।
भाजपा नेता ने कहा, “वे (निर्वाचित प्रतिनिधि) पुल होते हैं।”
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प्रशांत नरेश
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